भारत ने इंग्लैंड को धर्मशाला में खेले गए पांचवें टेस्ट मैच में पारी और 64 रनों से हराया। ये भारतीय टीम की घरेलू सरजमीं पर लगातार 17वीं टेस्ट सीरीज जीत है। इस सीरीज के पहले मैच में भारत को हार मिली थी लेकिन उसके बाद रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली टीम ने दमदार वापसी करते हुए लगातार चार मैच जीते।
धर्मशाला में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 218 रन बनाए। इसके जवाब में भारत ने 477 रन ठोक दिए और 259 रन की बढ़त भी हासिल की। दूसरी पारी में भी इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया और तीसरे दिन दूसरे सत्र में ही 195 रन पर सिमट गई। उसके अधिकतर बल्लेबाजों ने गैर जिम्मेदाराना शॉट खेल कर अपने विकेट इनाम में दिए।
टीम इंडिया की इंग्लैंड के खिलाफ पारी से जीत के मामले में ये दूसरी सबसे बड़ी जीत है। भारत ने इंग्लैंड को 2016 में पारी और 75 रन से हराया था, जोकि भारत की इंग्लैंड के खिलाफ पारी के लिहाज से सबसे बड़ी जीत है। धर्मशाला टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को पारी और 64 रन से हराया, जोकि पारी के लिहाज से भारत की दूसरी सबसे बड़ी जीत है।
भारतीय टीम ने 1932 में टेस्ट फॉर्मेट खेलना शुरू किया था। इसके बाद से टीम ने 579 टेस्ट मैच खेल लिए हैं। इसमें से 179 मुकाबलों में टीम ने जीत दर्ज की है, जबकि इतने ही मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा है। टीम ने 222 मैच ड्रॉ खेले हैं, जबकि एक मैच टाई रहा है। भारत ने टेस्ट में सबसे पहला मैच 1952 में इंग्लैंड के खिलाफ पारी और आठ रन से जीता था।
टेस्ट सीरीज जीतने के तुरंत बाद बीसीसीआई ने बड़ा ऐलान किया है। बीसीसीआई ने उन खिलाड़ियों के लिए प्रत्येक मैच 45 लाख रुपये का प्रोत्साहन देने का फैसला किया जो हर सत्र में निर्धारित 75 प्रतिशत या इससे ज्यादा मैच खेलते हैं। सचिव जय शाह ने इसकी घोषणा की। साथ ही शीर्ष क्रिकेटरों को सालाना केंद्रीय अनुबंध के अंतर्गत 'रिटेनर फीस' भी मिलेग
भारतीय टीम के स्टार स्पिनर कुलदीप यादव को पांचवें टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया है, जबकि पूरे सीरीज के दौरान रनों का अंबार लगाने वाले यशस्वी जायसवाल को प्लेयर ऑफ द सीरीज दिया गया है। कुलदीप ने इस सीरीज में 4 मैचों में 19 विकेट चटकाए, जबकि जायसवाल ने 5 मैचों में 712 रन बनाए। अश्विन ने सर्वाधिक 26 विकेट लिए।