सर्दियों में दादी-नानी बाजरे की रोटी खाने की सलाह देती हैं। लेकिन फिर भी कम उम्र के लोग इसे खाने से कतराते हैं। ऐसे में यहां हम बता रहे हैं इसके 5 गजब के फायदे।
बाजरा पोषक तत्वों का एक पावरहाउस है। ये कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, अमीनो एसिड, आयरन, जिंक, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, फाइबर और राइबोफ्लेविन, फोलिक एसिड, थायमिन, नियासिन और बीटा कैरोटीन जैसे कई विटामिन से भरपूर है।
ठंड के मौसम में बाजरा खूब खाया जाता है। इसमें कॉम्प्लेक्स कार्ब्स होते है जो शरीर द्वारा धीरे-धीरे अवशोषित होते है। जिसकी वजह से आप लंबे समय तक तृप्त रहते हैं। जिससे आप खुद को ज्यादा खाने से बचा सकते हैं। इस रोटी को खाने से वजन बढ़ने का खतरा कम होता है।
बाजरे की रोटी डायबिटीज पेशेंट के लिए भी अच्छी होती है। इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जिसकी वजह से यह धीरे-धीरे पचती है। ऐसे में ग्लूकोज के लेवल में अचानक कोई बढ़ोतरी नहीं होती है। ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रण में रखने के लिए बाजरे की रोटी को अच्छा माना जाता है।
बाजरे में अघुलनशील फाइबर होता है, जो प्रीबायोटिक के रूप में काम करता है। पाचन स्वास्थ्य को नियंत्रित करने के लिए बेस्ट है। इसे खाने से कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्याएं दूर रहती हैं।
बाजरा में ओमेगा-3 फैट, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फाइबर और दूसरे पोषक तत्वों से भरपूर है, जो ब्लडप्रेशर को कम करने में मदद करते हैं। इसे डायट में शामिल करने पर दिल के दौरे या स्ट्रोक के खतरे को कम किया जा सकता है।
बाजरे की रोटी बनाने के लिए एक बर्तन में पानी गर्म करें और फिर इसमें नमक और घी डालें। अब इसमें बाजरे का आटा डालें और इसे अच्छे से मिलाएं। फिर इसे एक प्लेट में निकाल लें और कम से कम 15 मिनट के लिए ढककर रख दें। फिर आटे को अच्छे से मसलें और फिर रोटी तैयार करें। रोटी बनाने के लिए आटे का थोड़ा हिस्सा लें और फिर हाथों को गीला करके हथेली से दबाते हुए रोटी बनाएं।