हम सभी इस बात से अवगत हैं कि UPSC एक आसान परीक्षा नहीं है। इस परीक्षा की तैयारी के दौरान कई बार आपको ऐसे लोग मिलेंगे जो आपको प्रेरित करने के बजाय नीचे खींचने की कोशिश करते हैं। वहीं आज हम आपको IAS सृष्टि जयंत देशमुख के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने बताया यूपीएससी की परीक्षा के दौरान कैसे नेगेटिव लोगों से दूरी बनाकर रखनी है। आइए जानते हैं उन
सबसे पहले आपको बता दें, साल 2018 के यूपीएससी रिजल्ट में भोपाल की सृष्टि जयंत देशमुख ने पांचवां स्थान हासिल किया था। उन्होंने भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया था। बीटेक करने के बाद भोपाल से ही एक साल यूपीएससी की तैयारी की थी। उन्होंने पहले प्रयास में .यूपीएससी की परीक्षा पास की थी।
सृष्टि सोशल मीडिया के माध्यम से भी यूपीएससी की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को टिप्स शेयर करती रहती हैं। उन्होंने बताया, " सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक करने के लिए सही और रणनीतिक तकनीकों को अपनाना आवश्यक है"
सृष्टि का मानना है कि आप यूपीएससी की तैयारी के दौरान उम्मीदवार खुद को फिजिकली फिट और मेंटली स्ट्रॉन्ग रखें। अपनी पढ़ाई के साथ-साथ योग और मेडिटेशन करें। वह कहती हैं, इतनी बड़ी परीक्षा के लिए शांत रहने की जरूरत है, जो केवल मेडिटेशन से ही हासिल की जा सकती है।
उन्होंने कहा, इस परीक्षा के लिए सेल्फ कॉन्फिडेंस काफी जरूरी है। वहीं कई बार नेगेटिव लोग आपको बार- बार डिमोटिवेट करेंगे। ऐसे में मेरी सलाह ये है कि आप उनसे दूरी बना लीजिए और अपने लक्ष्य पर फोकस कीजिए।
सृष्टि ने कहा, उन एक्टिविटिज में शामिल न हों जो आपको फिजिकली और मेंटली रूप से थका देती हैं। ऐसे में आप सही से पढ़ाई नहीं कर सकेंगे। एक थका हुआ शरीर और दिमाग आपको यूपीएससी क्लियर नहीं करवा सकता। समय- समय पर अपने मन और शरीर को आराम दें।
अगर आप यूपीएससी की तैयारी की शुरुआत कर रहे हैं तो मेरी सलाह होगी, आप यूपीएससी की तैयार हमेशा एनसीईआरटी की किताबों से करें। सुनिश्चित करें कि तैयारी करते समय आपके पास सीमित लेकिन गुणवत्तापूर्ण संसाधन हों। सृष्टि का कहना है कि एनसीईआरटी की किताबों में से सीधे प्रीलिम्स परीक्षा में पूछा जा सकता है।
सृष्टि ने कहा, 'मेरा मानना है कि अगर सही दिशा में तैयारी की जाए तो इस आईएएस की परीक्षा पास करना इतना मुश्किल नहीं है।
सृष्टि ने कहा, अक्सर हमसे पूछा जाता है कि हम यूपीएससी की तैयारी के दौरान कितने घंटे पढ़ाई करते थे। देखिए घंटे मेटर नहीं करते हैं। 17-18 घंटे पढ़ने की बजाय, अगर हर उम्मीदवार रोज 5 से 6 घंटे पूरे मन से पढ़ाई करें तो उसे परीक्षा को पास करने में काफी मदद मिल सकती है।
उन्होंने ने कहा, इस परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले हर उम्मीदवार को अपने ऊपर पूरा भरोसा होना जरूरी है। बिना भरोसे इस परीक्षा को सफल कर पाना मुश्किल होगा। ऐसे में खुद का आत्मविश्वास न गिरने दें।