UPSC IPS officer Navjot Simi : नवजोत सिमी यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2018 क्रैक कर आईपीएस बनीं। पंजाब के गुरदासपुर जिले की रहने वाली नवजोत डॉक्टरी के पेशे से सिविल सर्विसेज में आईं। नवजोत उन युवतियों में से एक है जो टैलेंट के साथ-साथ अपनी खूबसूरती के चलते भी सोशल मीडिया पर चर्चित रहती हैं। सोशल मीडिया पर इनकी फैन फोल्लोविंग भी जबरदस्त रहती है।
बिहार कैडर की आईपीएस अधिकारी नवजोत के इंस्टाग्राम पर 12 लाख से ज्यादा फोलोवर्स हैं। वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और उनकी तस्वीरों को काफी पसंद किया जाता हैं। सोशल मीडिया पर बहुत से यूजर तो उनकी फोटोज देखकर उन्हें मॉडलिंग करने की सलाह दे देते हैं।
पंजाब के गुरदासपुर जिले की रहने वाली नवजोत डॉक्टरी के पेशे से सिविल सर्विसेज में आईं। उन्होंने 5वीं कक्षा तक गांव के स्कूल से पंजाबी मीडियम से पढ़ाई की। उनके पिता बैंक में काम करते थे और मां हाउसवाइफ थी। छठी कक्षा से 12वीं तक उन्होंने गुरदासपुर शहर के स्कूल से पढ़ाई की। मेडिकल प्रवेश परीक्षा पीएमटी (अब नीट) में कम रैंक होने के चलते उन्हें एमबीबीएस में एडमिशन नहीं मिला। एक साल ड्रॉप करके तैयारी करने की बजाय उन्होंने बीडीएस करके डेंटिस्ट बनने का फैसला लिया। पैसों की तंगी की वजह से वह एमडीएस का कोर्स नहीं कर सकीं। तब उन्होंने कुछ जानकारों की सलाह लेकर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करनी शुरू की।
यूपीएससी की तैयारी के दौरान नवजोत ने पंजाब पीसीएस का एग्जाम भी दिया और उसे क्लियर किया। पंजाब पीसीएस में उन्हें एक्साइज टेक्सेशन ऑफिसर का पद मिला। लेकिन पीसीएस भर्ती का मामला कोर्ट में लटक गया था तो उन्हें यूपीएससी की तैयारी का और समय मिल गया। वह 2016 सिविल सेवा परीक्षा के इंटरव्यू तक पहुंची लेकिन फाइनल सेलेक्शन नहीं हो सका।
इसके बाद सिविल सेवा परीक्षा 2017 में आखिरकार फाइनल सेलेक्शन हुआ। उनकी 735वीं रैंक आई। उन्हें बिहार कैडर आवंटित हुआ।
नवजोत ने वर्ष 2020 में वेस्ट बंगाल कैडर के IAS अधिकारी तुषार सिंगला से मैरिज रजिस्ट्रार ऑफिस में शादी की। पंजाब के ही बरनाला के रहने वाले तुषार ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2015 में 86वीं रैंक हासिल की थी।
एक इंटरव्यू में नवजोत ने कहा, 'तैयारी के दौरान उतार चढ़ाव आते हैं। लेकिन इससे निराश हताश नहीं होना चाहिए। प्रैक्टिस जारी रखनी चाहिए। एक समय में मैं 20 में से सिर्फ 14 प्रश्न कर पा रही थी लेकिन प्रैक्टिस करते करते 17 होने लगे। फिर मेन्स एग्जाम में मैंने पूरे 20 कर लिए।'
नवजोत का कहना है कि यूपीएससी अभ्यर्थी अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहे। कभी हिम्मत न हारें। अपनी गलतियों से सीखें।
नवजोत ने कहा कि यूपीएससी की तैयारी कर रहे युवा जीवन में अनुशासन लाएं। रुटीन बनाएं और उस पर अडिग रहें। मैं दिन का टारगेट सेट कर लिया करती थी और उसे पूरा कर लिया करती थी। मेहनत बहुत जरूरी है। लक मेहनत करने वालों के हक में ही जाता है।