कार्तिक के महीने में तुलसी पूजा का विशेष महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि जो कार्तिक के महीने में तुलसी की पूजा करता है, दीपदान करता है और तुलसी को जल अर्पित करता है, उससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। कार्तिक मास में एकादशी से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक तुली का विवाह कराया जाता है। इसके अलावा तुलसी के कुछ उपाय भी आपके जीवन में सुख समृद्धि लाते हैं।
अपने घर में विराजमान ठाकुर जी को तुलसी दल से बना प्रसाद ही अर्पित करना चाहिए। इसके बिना भगवान भोजन ग्रहण नहीं करते हैं। इसलिए विष्णु भगवान की पूजा बिना तुलसी के नहीं की जाती है।
देवकीनंदन ठाकुर के अनुसार तुलसी की लकड़ी से भगवान विष्णु के लिए खाना बनाना चाहिए और उसका भोग भगवान को लगाना चाहिए। इससे भगवान तृप्त होते हैं।
देवकीनंदन ठाकुर बताते हैं अगर घर में तुलसी सूख जाए तो इस सूखी तुलसी की लकड़ी से अगर ठाकुर जी आरती करते हैं, तो भगवान प्रसन्न होकर मनोकामना पूर्ण करते हैं।
कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को भगवान भोलेनाथ के सामने तुलसी की लकड़ी का दीप जलाना चाहिए। इसके लिए तुलसी की लकड़ी को छोटे-छोटे भागों में तोड़कर इसके 7 डंडियों को एक सूत में बांधकर उन्हें देसी घी में डूबोकर दीपक को मंदिर में या घर में जलाना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि इससे घर में हमेशा बरकत रहती है।
कार्तिक मास की दशमी तिथि को भी भगवान विष्णु को तुलसी की लकड़ी का दीपक जलाकर अर्पित करना चाहिए। इससे भी घर में सुख संपत्ति आती है।