इस साल का आखिरी गुरु पुष्य नक्षत्र 21 नवंबर को है। गुरु पुष्य नक्षत्र 21 नवंबर को सुबह 6 बजकर 49 मिनट से दोपहर 3 बजकर 35 मिनट तक है, इसलिए इस समय खरीददारी करना शुभ रहेगा। इसस योग में किए गए कार्य सफल होते हैं और मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
गुरुवार वाले दिन है गुरु पुष्य नक्षत्र होता है तो कई कार्य सफल होते हैं। कई बिगड़े कार्य बनते भी हैं। इसलिए इस दिन ग्रह प्रवेश और नया कार्य शुरू कर सकते हैं।
पुष्य नक्षत्र के दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करनी चाहिए। उनके सामने घी का दीपक जलाना चाहिए। पुष्य नक्षत्र को 27 नक्षत्रों में सबसे अच्छा माना जाता है।
इस दिन हल्दी और चने की दाल को किसी भी भगवान विष्णु या कृष्ण जी के मंदिर में दान करना चाहिए। इससे गुरु पुष्य नक्षत्र वाले दिन दान करने से आपके सभी बिगड़े काम बनेंगे।
गुरु पुष्य नक्षत्र 21 नवंबर 2024 को गुरु पुष्य योग के साथ ही रवि योग, अमृत सिद्धि योग और शुभ योग भी रहेगा। आपके पास शुभमुहूर्त में खरीददारी का मौका भी है।