गणेश चतुर्थी का पर्व 07 सितंबर 2024 से प्रारंभ होने वाला है। इस दिन गणेश भक्त बप्पा की विधि-विधान से पूजा करते हैं और उनके मंत्रों का जाप करते हैं। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, मंत्रों का जाप करना गणपति को प्रसन्न करने का आसान तरीका है। जानें गणेश चतुर्थी पर किन गणेश मंत्रों का आप जाप कर सकते हैं और इनके जाप का क्या मिलता है लाभ-
ॐ गं गणपतये नमो नम:।
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ: । निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥
ऊं एकदन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ती प्रचोदयात्।
गजाननं भूतगणाधिसेवितं, कपित्थजम्बूफलचारुभक्षणम् । उमासुतं शोकविनाशकारकम्न, मामि विघ्नेश्वरपादपङ्कजम् ॥
एकदंताय शुद्धाय सुमुखाय नमो नमः। प्रपन्न जनपालाय प्रणतार्ति विनाशिने।।
मान्यता है कि गणेश मंत्र का जाप करने से जीवन में आने वाली बाधाओं से मुक्ति मिलती है और धन, बुद्धि, सौभाग्य, समृद्धि और सफलता प्राप्त करने में सहायक होते हैं। मान्यता है कि इन गणेश मंत्रों का जप करने वालों में विनम्रता, धार्मिकता आती है।
मान्यता है कि किसी भी कार्य की शुरुआत करने से पहले इन मंत्रों का जाप करने से नेगेटिविटी दूर होती है। कार्यों में सफलता हासिल होती है। गणेश चतुर्थी के दिन गणेश मंत्रों का जाप करने से मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है। ये मंत्र बीमारी से मुक्ति दिलाने में सहायक होते हैं।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।