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चाणक्य नीति: जिस जगह पर न हों ये 5 चीजें, व्यक्ति को तुरंत छोड़ देनी चाहिए ऐसी जगह

  • Chanakya Niti: नीति शास्त्र में आचार्य चाणक्य ने जीवन के तमाम पहलुओं का विस्तार से वर्णन किया है। एक श्लोक के जरिए आचार्य ने बताया है कि किस देश या स्थान को व्यक्ति को फौरन छोड़ देना चाहिए-

Saumya TiwariMon, 9 Sep 2024 06:49 AM
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किस तरह की जगह या स्थान को छोड़ देना चाहिए

आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में बताया है कि किस तरह के देश या स्थान को फौरन छोड़ देना उचित होता है। इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि ऐसी कौन-सी पांच चीजें हैं जिनका होना जरूरी होता है, अगर वह नहीं होती तो मनुष्य को वह जगह छोड़ देनी चाहिए।

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पढ़ें श्लोक का अर्थ

यस्मिन् देशे न सम्मानो न वृत्तिर्न च बान्धवाः। न च विद्यागमोऽप्यस्ति वासस्तत्र न कारयेत् ॥ नीति शास्त्र में वर्णित इस श्लोक का अर्थ है- जिस देश में मान-सम्मान नहीं और न ही आजीविका का कोई साधन है, जहां कोई बंधु रिश्तेदार भी नहीं और किसी प्रकार की विद्या और गुणों की प्राप्ति की संभावना भी नहीं होती, ऐसे देश को छोड़ ही देना चाहिए। चाणक्य का मानना है कि ऐसे स्थान पर रहना उचित नहीं होता है।

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ऐसे स्थान को छोड़ देना चाहिए

चाणक्य के अनुसार, किसी देश या स्थान पर जाने का उद्देश्य यह होता है कि वहां जाकर कोई नई बात, नई विद्या, रोजगार और नया गुण सीख सकेंगे। लेकिन जहां इनमें से किसी भी बात की संभावना न हो, ऐसे देश या स्थान को तुरंत छोड़ देना चाहिए।

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जानें नीति शास्त्र में वर्णित श्लोक का अर्थ

धनिकः श्रोत्रियो राजा नदी वैद्यस्तु पञ्चमः। पञ्च यत्र न विद्यन्ते न तत्र दिवसं वसेत ॥ चाणक्य एक अन्य श्लोक में बताते हैं कि जहां श्रोत्रिय यानी वेद को जानने वाला ब्राह्मण, धनिक, राजा, नदी और वैद्य ये पांच चीजें न हों, उस स्थान को पर मनुष्य को एक दिन भी नहीं रहना चाहिए।

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ऐसे स्थान को छोड़ देना चाहिए

चाणक्य का मानना है कि धनवान लोगों से व्यापार में वृद्धि होती है। वेद को जानने वाले ब्राह्मण धर्म की रक्षा करते हैं। राजा न्याय और शासन व्यवस्था को स्थिर रखता है। जल और सिंचाई के लिए नदी जरूरी है, जबकि रोगों से छुटकारा पाने के लिए वैद्य की आवश्यकता होती है। चाणक्य कहते हैं कि जहां पर इन पांच चीजों का वास न हों, उस स्थान को त्याग देना ही उचित है।

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डिस्क्लेमर

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।