कौन हैं आचार्य प्रशांत? IIT दिल्ली ने दिया खास अवार्ड, लंबी है फॉलोअर्स की संख्या
आध्यात्मिक गुरू और लेखक के रूप में मशहूर आचार्य प्रशांत को आईआईटी दिल्ली ने खास अवार्ड से नवाजा है। आईआईटी दिल्ली ने उन्हें 'राष्ट्रीय विकास में उत्कृष्ट योगदान' (OCND) पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। प्रशांत को यह पुरस्कार शनिवार को आईआईटी दिल्ली में प्रदान किया गया।

आध्यात्मिक गुरू और लेखक के रूप में मशहूर आचार्य प्रशांत को आईआईटी दिल्ली ने खास अवार्ड से नवाजा है। आईआईटी दिल्ली ने उन्हें 'राष्ट्रीय विकास में उत्कृष्ट योगदान' (OCND) पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। प्रशांत को यह पुरस्कार शनिवार को आईआईटी दिल्ली में प्रदान किया गया। यह सम्मान आधुनिक समाज के लिए राष्ट्रीय चेतना को बढ़ावा देने और परिवर्तनकारी आध्यात्मिक ज्ञान को पुनर्जीवित करने के उनके प्रभावशाली प्रयासों को पहचानता है। अब आइए जानते हैं कि आचार्य प्रशांत कौन हैं जिन्हें आईआईटी दिल्ली ने यह अवार्ड दिया है।
आईआईटी दिल्ली एलुमनाई एसोसिएशन ने 47 वर्षीय पुरस्कार विजेता की प्रशंसा करते हुए कहा,"कालजयी आध्यात्मिक अंतर्दृष्टि और समकालीन प्रासंगिकता का एक दुर्लभ संगम जो न केवल व्यक्तिगत जीवन को आकार दे रहा है, बल्कि हमारी राष्ट्रीय चेतना के ताने-बाने को भी बुन रहा है।" एक प्रसिद्ध वेदांत शिक्षक,लेखक और प्रशांतअद्वैत फाउंडेशन के संस्थापक,प्रशांत ने 160 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं और आंतरिक परिवर्तन को सामाजिक जिम्मेदारी के साथ मिलाने वाली कई पहलों का नेतृत्व किया है।
आचार्य प्रशांत की शिक्षाएं दुनिया भर के प्रमुख संस्थानों तक पहुंची हैं,जिनमें आईआईटी,आईआईएम,एम्स और यूसी बर्कले शामिल हैं। एलुमनाई एसोसिएशन ने प्राचीन भारतीय दर्शन को समकालीन वैश्विक चुनौतियों से जोड़ने के लिए प्रशांत के काम की भी सराहना की और स्पष्टता,करुणा और स्व-शिक्षा पर आधारित क्रांति को बढ़ावा देने में उनके नेतृत्व को सराहा। प्रशांत के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक बड़े पैमाने का भगवत गीता शिक्षण कार्यक्रम है,जिसने 100,000 से अधिक प्रतिभागियों को आकर्षित किया है और हाल ही में दुनिया की सबसे बड़ी गीता-आधारित ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की है।
आचार्य प्रशांत के सोशल मीडिया पर भी फैन फॉलोइंग कम नहीं है। अकेले यूट्यूब पर उनके 5.61 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं। उनके वीडियो की व्यूअरशिप भी लाखों-करोड़ों में है। फेसबुक पर 1.3 मिलियन फॉलोअर्स हैं। आईआईएम अहमदाबाद के पूर्व छात्र आचार्य प्रशांत एक प्रशासनिक सेवा के अधिकारी यानी पहले इंडियन रेलवे में पर्सनेल ऑफिसर थे। उन्होंने बाद में अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी और अब समाज को बेहतर बनाने और युवाओं की मदद करने में लगे हुए हैं। आचार्य प्रशांत नाम के यह व्यक्ति 'अद्वैत लाइफ-एजुकेशन' और 'प्रशान्त अद्वैत फाउंडेशन' नाम के संगठन चला रहे हैं। पिछले 15 सालों में,उन्होंने यूट्यूब और फेसबुक जैसे इंटरनेट के माध्यम से भारत और दूसरे देशों के करोड़ों लोगों को अध्यात्म से जोड़ा है।