6 एजेंट अरेस्ट, 14 नेपाली और दो भारतीय पासपोर्ट बरामद; दिल्ली में पकड़ी गई फर्जी वीजा बनाने वाली फैक्टरी
दिल्ली में बड़ी मात्रा में नकली वीजा बनाने वाली फैक्टरी का भंडाफोड़ हुआ है। आईजीआई पुलिस ने तिलक नगर इलाके से फर्जी वीजा बनाने वाली एक फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया है जिनके पास से फर्जी वीजा मिला है।
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट पुलिस ने तिलक नगर इलाके से फर्जी वीजा बनाने वाली एक फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से काफी मात्रा में फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं। जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने फर्जी वीजा पर सफर करने वाले एक यात्री को पकड़ा था। उससे पूछताछ में एजेंट की जानकारी मिली। इस दौरान उन्हें पता चला की तिलक नगर इलाके में इस तरह के फर्जी वीजा तैयार किये जा रहे हैं। इस जानकारी पर पुलिस टीम ने तिलक नगर स्थित फैक्ट्री में छापा मार कर वहां से भारी मात्रा में फर्जी वीजा, पासपोर्ट आदि बरामद किए हैं।
मामले पर डीसीपी उषा रंगनानी ने कहा, 'तिलक नगर में नकली वीजा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। 6 एजेंट गिरफ्तार किए गए हैं और 14 नेपाली और 2 भारतीय पासपोर्ट बरामद किए गए हैं, जिनमें नकली शेंगेन वीजा भी शामिल है। नकली वीजा बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण जब्त किए गए हैं, जिनमें स्टैंप और वॉटरमार्क मैटेरियल भी शामिल है। मामले की जांच जारी है।'
लोगों को अवैध रूप से विदेश भेजने के आरोप में 100 से अधिक ट्रैवल एजेंट गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने अवैध तरीके से देशभर से लोगों को कथित तौर पर विदेश भेजने के लिए विभिन्न हथकंडे इस्तेमाल करने वाले 100 से अधिक जालसाज ट्रैवल एजेंट को गिरफ्तार किया है। यह संख्या इस साल जून माह तक की है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में यह आंकड़ा 200 प्रतिशत से अधिक है। इन ट्रैवल एजेंट को पंजाब, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल से पकड़ा गया।
दिल्ली पुलिस की ओर से जारी किए गए बयान के अनुसार साल 2023 में इसी अवधि के दौरान धोखाधड़ी में संलिप्त 51 एजेंट को पकड़ा गया था। पुलिस उपायुक्त (आईजीआई एयरपोर्ट) उषा रंगनानी ने कहा, 'हमने ऐसे 108 एजेंट गिरफ्तार किए हैं और ये गिरफ्तारियां पूरे देश में की गई हैं। पुलिस ने सिर्फ यात्रियों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय एजेंटों को जिम्मेदार ठहराने पर लगाया है, क्योंकि विदेश में बेहतर अवसरों की तलाश में यात्री अवैध तरीके से बाहर भेजने की योजनाओं का शिकार हो सकते है।'
अधिकारी ने दावा किया कि विदेश भाग चुके या ऐसे एजेंट जिनका पता नहीं चल पा रहा, के लिए लगभग 75 लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किए गए हैं ताकि भारत आने या यहां से बाहर जाने पर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा सके। ऐसे एजेंटों के बारे में खुलासा करते हुए अधिकारी ने बताया कि ये एजेंट यात्रियों को नकली वीजा मुहैया कराते थे जो असली वीजा से मिलता-जुलता होता है। अधिकारी ने बताया कि असली वीजा की नकल करने की उनकी कोशिशों के बावजूद, यात्रियों को आव्रजन जांच चौकी या विमानन कंपनी के काउंटर पर पकड़ लिया गया।