अब खुलकर सामने आ रहीं नूपुर शर्मा, बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए हुंकार
पैगंबर पर विवादित टिप्पणी के बाद दो साल तक अंडरग्राउंड रहीं नूपुर शर्मा एक बार फिर सार्वजनिक जीवन में सक्रिय हो रही हैं। दिल्ली में एक प्रदर्शन के दौरान नूपुर शर्मा ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं का नरसंहार रुकना चाहिए।
पैगंबर पर विवादित टिप्पणी के बाद दो साल तक अंडरग्राउंड रहीं नूपुर शर्मा एक बार फिर सार्वजनिक जीवन में सक्रिय हो रही हैं। शुक्रवार को उन्होंने दिल्ली में बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए हुंकार भरी। आरएसएस से जुड़े संगठन नारी शक्ति फोरम की ओर से आयोजित जुलूस में भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज, जेएनयू की वीसी शांतिश्री डी पंडित और नूपुर शर्मा समेत हजारों महिलाओं-पुरुषों ने हिस्सा लिया।
जुलूस मंडी हाउस से शुरू हुआ और जंतर मंतर पर खत्म हुआ। प्रदर्शनकारियों के हाथों में भगवा झंडे और हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार बंद करने की मांग वाले पोस्टर्स थे। बहुत से प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथ पर काला बैंड पहना था तो कई ने अपने मुंह को काले कपड़े से बंद किया था। 5 अगस्त को बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद बड़े पैमाने पर अराजकता फैल गई। इस दौरान हिंदू समुदाय के लोगों को खास तौर पर निशाना बनाया गया।
सभा के दौरान आगे की पंक्ति में बैठीं नूपुर शर्मा ने एएनआई से बातचीत में कहा, 'हिंदू लाइव्स मैटर। हमें हिंदूओं का नरसंहार रोकना है, जो भी कर रहे हैं उन्हें रोकना होगा।' इससे पहले 15 अगस्त को नोएडा में आयोजित एक तिरंगा यात्रा में भी नूपुर शर्मा शामिल हुईं थीं। यात्रा को हरी झंडा दिखाने के बाद वह खुली गाड़ी में सवार होकर तिरंगा लहराते हुए दिखी थीं। नूपुर शर्मा भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता थीं और अब उन्हें पार्टी से निलंबित किया जा चुका है। हालांकि, सोशल मीडिया पर भाजपा समर्थक अक्सर उन्हें पार्टी में वापस लेने की मांग करते हुए दिखते हैं।
गौरतलब है कि नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट शो के दौरान पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर एक विवादित टिप्पणी की थी। इसको लेकर देश और दुनिया के कई मुल्कों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे। उन्हें 'सिर तन से जुदा' की धमकियां दी जाने लगीं। विवाद के बीच भाजपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था।