गर्मी से बचाएंगी विशेष चादरें, खानपान में भी बदलाव; तिहाड़ जेल में कैदियों के लिए खास इंतजाम
दिल्ली में पड़ रही भीषण गर्मी से कैदियों को बचाने के लिए तिहाड़ जेल में खास इंतजाम किए गए हैं। कोठरियों को ठंडा रखने के उपाय किए जा रहे हैं। कैंदियों को हाइड्रेट रखने के लिए उनके खानपान में भी बदलाव किया जा रहा है। ये कवायद अगले तीन महीने अप्रैल, मई और जून तक के लिए किए जा रहे हैं।

दिल्ली में पड़ रही भीषण गर्मी से कैदियों को बचाने के लिए तिहाड़ जेल में खास इंतजाम किए गए हैं। कोठरियों को ठंडा रखने के उपाय किए जा रहे हैं। कैंदियों को हाइड्रेट रखने के लिए उनके खानपान में भी बदलाव किया जा रहा है। ये कवायद अगले तीन महीने अप्रैल, मई और जून तक के लिए किए जा रहे हैं।
तिहाड़ जेल में कैदियों को गर्मी के मौसम में ठंडक पहुंचाने के लिए प्रतिदिन दो नींबू दी जा रही हैं। जेल के एक अधिकारी ने बताया कि गर्मी रोधी उपाय उनकी मौसमी योजना का हिस्सा हैं। अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि चाहे गर्मी हो या सर्दी, हम तिहाड़ जेल मैनुअल के अनुसार कैदियों के लिए उचित योजना का पालन करते हैं। हम तीन महीने- अप्रैल, मई और जून के लिए प्रत्येक कैदी को प्रतिदिन दो नींबू देंगे, ताकि उनके शरीर में पानी की कमी न हो। कहा कि कैदियों को हाइड्रेट रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में ओआरएस खरीदा गया है।
जेल अधिकारियों ने तापमान को कम बनाए रखने में मदद के लिए कोठरियों के अंदर गर्मी प्रतिरोधी चादरें लगाने की भी योजना बनाई है। ये चादरें गर्मियों के दौरान बहुत मददगार होती हैं क्योंकि ये कोठरियों का तापमान सामान्य रखती हैं और हवा का संचार होने देती हैं।
अधिकारी ने कहा कि जेल के अंदर किसी भी कैदी को स्पेशल नहीं माना जाता है। जेल मैनुअल का सख्ती से पालन किया जाता है। किसी भी कैदी को कोई विशेष सुविधा नहीं जी जाती है। हालांकि, 60 साल या उससे अधिक आयु के कैदियों पर कड़ी निगरानी रखा जाता है। डॉक्टर रोजाना उनकी जांच करते हैं।
अधिकारी ने कहा कि कैदियों को सामान्य पानी दिया जाता है क्योंकि जेल परिसर के अंदर वाटर कूलर रखने की अनुमति नहीं है। हालांकि, कैदी जरूरत पड़ने पर कैंटीन से ठंडा पानी खरीद सकते हैं। ठंडा या गर्म पानी केवल डॉक्टर के निर्देश या कोर्ट के आदेश पर दिया जाता है।
1958 में स्थापित तिहाड़ जेल भारत के सबसे बड़े जेल परिसरों में से एक है। 400 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैली नौ जेलें शामिल हैं। साथ ही रोहिणी में एक जेल और मंडोली में छह जेलें हैं। पश्चिमी दिल्ली में स्थित तिहाड़ जेल शहर के तिलक नगर और हरि नगर इलाकों के करीब है। लगभग 10,025 कैदियों को रखने के लिए डिजाइन किए गए इस जेल में वर्तमान में 19,000 से अधिक कैदी हैं।
इस बीच, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने तिहाड़ जेल को शहर के बाहरी इलाके में स्थानांतरित करने की योजना की घोषणा की है। इससे संबंधित सर्वेक्षण और परामर्श सेवाओं के लिए 2025-26 के बजट में 10 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।