फरीदाबाद में नाबालिग से बलात्कार, आरोपियों ने पीड़िता का गर्भपात भी कराया
- 6 जनवरी को एक महिला लड़की के घर आई और उसने बताया कि जसवंत ने उसे बुलाया है। इसके बाद महिला ने पीड़िता को कुछ खाने को दिया जिसके बाद वह बेहोश हो गई
हरियाणा के फरीदाबाद में 16 साल की लड़की के साथ गैंगरेप और फिर उसका गर्भपात कराने का मामला सामने आया है। पुलिस ने वारदात को लेकर तीन आरोपियों जसवंत (37), उसके दोस्त सुल्तान और पीड़िता के पड़ोसी सिकंदर (55) को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया उन्हें इस बारे में फरीदाबाद की जिला बाल संरक्षण इकाई की चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रदीप कुमार से शिकायत मिली थी। उन्होंने बताया कि 16 साल की लड़की के साथ गैंगरेप के बाद उसका गर्भपात करा दिया गया। कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्हें मंगलवार को दो गैर सरकारी संगठनों- शक्ति वाहिनी और सृष्टि संस्था से घटना के संबंध में फोन आया था।
सूचना मिलने पर कुमार ने पीड़िता से मुलाकात की जिसने बताया कि वह अपने शराबी पिता और छोटे भाई के साथ रहती है और इधर-उधर से मांगकर गुजारा चलाती है। पुलिस ने बताया कि करीब तीन महीने पहले जब वह अपने छोटे भाई को तलाश कर रही थी, तभी वहां जसवंत नाम का ऑटो-रिक्शा चालक आया, जो कि अक्सर उसे खाना देता था। उसने लड़की के भाई को ढूंढने में मदद करने का वादा करते हुए उसे अपने ऑटो में बैठने के लिए कहा।
कुमार के अनुसार पीड़िता ने आगे बताया कि ऑटो में बैठाकर जसवंत उसे अपने कमरे पर ले गया, जहां उसने और सुल्तान ने उसके साथ कई बार बलात्कार किया। साथ ही इस बारे में किसी को भी बताने पर उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। बलात्कार पीड़िता ने बताया कि उसके पड़ोसी सिकंदर ने भी कई बार खाना और चाय देने के बहाने उसके साथ बलात्कार किया था।
कुमार ने बताया कि इसी दौरान 6 जनवरी को एक महिला लड़की के घर आई और उसने बताया कि जसवंत ने उसे बुलाया है। इसके बाद महिला ने पीड़िता को कुछ खाने को दिया जिसके बाद वह बेहोश हो गई। कुछ घंटों बाद जब वह होश में आई तो जसवंत ने उसे एक पपीता, एक शॉल और एक जैकेट दिया।
कुमार ने पुलिस को बताया कि महिला और ऑटो चालक ने पीड़िता को घर बुलाया और उसे गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई और मामला एक एनजीओ के जरिए चाइल्ड हेल्पलाइन तक पहुंचा।
पुलिस ने बताया कि उनकी शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।