जेल से पर्चा भरेंगे ताहिर हुसैन, कस्टडी पैरोल देगी दिल्ली पुलिस; मुस्तफाबाद से AIMIM ने बनाया है उम्मीदवार
तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली दंगों के आरोपी पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन कस्टडी पैरोल में मुस्तफाबाद सीट से नामांकन दाखिल कर सकते हैं। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि वह ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) उम्मीदवार ताहिर हुसैन को कस्टडी पैरोल देगी।
तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली दंगों के आरोपी पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन कस्टडी पैरोल में मुस्तफाबाद सीट से नामांकन दाखिल कर सकते हैं। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि वह ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) उम्मीदवार ताहिर हुसैन को कस्टडी पैरोल देगी, ताकि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मुस्तफाबाद सीट से जेल से नामांकन दाखिल कर सके।
2020 के उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों से संबंधित हत्या के एक मामले में अंतरिम जमानत मांगने वाली हुसैन की याचिका पर हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि है कि ताहिर के खिलाफ लगे आरोप 'गंभीर' हैं और चुनाव के लिए जमानत देने से ध्रुवीकरण को बढ़ावा मिलेगा। पुलिस ने आगे दावा किया कि ताहिर फरवरी 2020 के दिल्ली दंगों का मुख्य नाटककार और वित्तपोषक था और 'समाज के लिए खतरा' था।
इससे पहले सोमवार को दंगों के आरोपी हुसैन की अंतरिम जमानत के अनुरोध वाली याचिका पर पुलिस की ओर से जवाब देते हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल चेतन शर्मा ने कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं जब कैदियों ने जेल से ही चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी की। विधि अधिकारी ने कहा, 'सबसे ताजा उदाहरण अमृतपाल सिंह का है।'
जस्टिस नीना बंसल कृष्णा ने मौखिक रूप से यह भी कहा कि हुसैन जेल में बैठकर नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं। आरोपी की ओर से पेश वकील ने जवाब दिया कि उन्हें एक राष्ट्रीय पार्टी ने चुना है और नामांकन पत्र दाखिल करने के अलावा उन्हें चुनाव प्रचार भी करना है और अपनी संपत्ति की घोषणा भी करनी है। उन्होंने कहा कि पिछले साल लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए राशिद इंजीनियर को निचली अदालत ने अंतरिम जमानत दी थी। इस बात पर भी जोर दिया गया कि हुसैन मार्च 2020 से हिरासत में हैं और दो अन्य दंगा मामलों में उन्होंने संबंधित अदालतों से अंतरिम जमानत से राहत का अनुरोध किया है, जिस पर कार्यवाही जारी है।