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स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ‘नकली शंकराचार्य’; गोविंद देव गिरि महाराज ने क्यों कही ऐसी बात

राम जन्मभूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को ‘नकली शंकराचार्य’ बताया है। इसके साथ ही उन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बार-बार निंदा करके राजनीतिक हित साधने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।

Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्ली। एएनआईMon, 5 May 2025 01:01 PM
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स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ‘नकली शंकराचार्य’; गोविंद देव गिरि महाराज ने क्यों कही ऐसी बात

श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष और मथुरा कृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट के उपाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को ‘नकली शंकराचार्य’ बताया है। इसके साथ ही उन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बार-बार निंदा करके राजनीतिक हित साधने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया। बता दें कि, स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती मोदी सरकार के मुखर आलोचक माने जाते हैं। उन्होंने राम मंदिर और हिंदू धार्मिक मामलों से जुड़ी नीतियों को लेकर कई बार सरकार पर सवाल उठाए हैं।

स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज ने रविवार को दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "वह एक नकली शंकराचार्य हैं।" उन्होंने आगे कहा, ''वह हर दिन जो हमारे प्रधानमंत्री का मजाक उड़ाने का पाप कर रहे हैं, वो किसी स्वामी का काम नहीं है। उन्हें किसी पार्टी का पिट्ठू नहीं बनना चाहिए, जो वह बन गए हैं।''

वहींं, जब पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में कांग्रेस नेता अजय राय द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान के बारे में पूछे जाने पर स्वामी गोविंद देव ने कहा, “मुझे ऐसे बयान या व्यक्ति के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन जो भी पहलगाम मुद्दे पर राजनीति कर रहा है, उसे राष्ट्रवादी नहीं कहा जा सकता और हम उन्हें देशद्रोही मानेंगे। हमारी सरकार इसका मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है और यह जवाब इस तरह दिया जाना चाहिए कि इस पापी देश (पाकिस्तान) का नामोनिशान तक न रहे।”

इससे पहले, पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर भगवान राम को एक ‘पौराणिक’ व्यक्ति बताने वाली उनकी कथित टिप्पणी को लेकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि ऐसी टिप्पणियां आस्था की कमी से उपजी हैं।

आचार्य प्रमोद ने कहा कि भगवान राम को भगवान वही व्यक्ति मानता है जो उनमें आस्था रखता है। जिस व्यक्ति की भगवान राम में आस्था नहीं है, वह भगवान राम और राम मंदिर पर सवाल उठाएगा, यह कोई नई बात नहीं है।

 

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