मुझे किसी भी जेल में डाल दीजिए पर; सुकेश चंद्रशेखर की किस अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा 'नो'
- कथित महाठग सुकेश चंद्रशेखर को देश की सर्वोच्च अदालत ने दूसरी जेल में शिफ्ट करने से मना कर दिया। सुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डाली थी कि उसे दिल्ली की मंडोली जेल से हटाकर किसी अन्य जेल में भेज दिया जाए।
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कथित महाठग सुकेश चंद्रशेखर को देश की सर्वोच्च अदालत ने दूसरी जेल में शिफ्ट करने से मना कर दिया। सुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डाली थी कि उसे दिल्ली की मंडोली जेल से हटाकर किसी अन्य जेल में भेज दिया जाए। याचिका में कहा गया कि उसे पंजाब और दिल्ली की जेल में न भेजा जाए। इसपर कोर्ट ने सुकेश चंद्रशेखर के वकील से कहा कि यह कानून का दुरुपयोग है।
जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और पीबी वराले की पीठ ने नोट किया कि चंद्रशेखर की ओर से पहले दायर ऐसी ही याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज कर दी गई थीं। पीठ ने कहा कि सुकेश चंद्रशेखर की शिकायत आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार से थी। चूंकि सरकार में बदलाव होगा,इसलिए उसकी शिकायत अब नहीं रही। पीठ ने कहा कि आपके पास खर्च करने के लिए पैसे हैं,आप मौके लेते रहते हैं। यह कानून की प्रक्रिया का दुरुपयोग है। आप एक ही याचिका बार-बार कैसे दायर कर सकते हैं?
पीठ ने आगे कहा कि हम संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत दायर याचिका पर विचार करने के इच्छुक नहीं हैं। हमने मामले के गुण-दोष पर कोई राय व्यक्त नहीं की है। हालांकि,हम खुद को यह कहने से नहीं रोक सकते कि वर्तमान याचिकाकर्ता ने बदली हुई परिस्थितियों की आड़ में एक के बाद एक रिट दायर करके कानून की प्रक्रिया का दुरुपयोग करने की कोशिश की है।
सुकेश चंद्रशेखर की पैरवी करते हुए, वरिष्ठ अधिवक्ता शोएब आलम ने कहा कि अनुच्छेद 21 के तहत उसे अपने परिवार से दूर नहीं रखने का अधिकार है। उन्होंने आग्रह किया कि कथित ठग को उसके घर के पास कर्नाटक के आसपास कहीं भी जेल में रखा जा सकता है। हालांकि, पीठ ने याचिका को खारिज करते हुए कहा कि मौलिक अधिकारों को दूसरों की कीमत पर लागू नहीं किया जा सकता है। पीठ ने आगे कहा कि हमें समाज और उसकी सुरक्षा की भी चिंता है। आपके मौलिक अधिकारों को दूसरों की कीमत पर लागू नहीं किया जा सकता। देखिए आपने अधिकारियों के खिलाफ किस तरह के आरोप लगाए हैं।
सुकेश चंद्रशेखर ने अदालत को बताया था कि आप नेता सत्येंद्र जैन और पार्टी के खिलाफ अपनी शिकायतें वापस लेने के लिए दबाव डालने के लिए उसे दो कैमरों के साथ निगरानी में रखा गया था। उसके वकील ने कहा कि कृपया मुझे देश में कहीं भी भेज दीजिए,पंजाब और दिल्ली को छोड़कर, जहां आम आदमी पार्टी नहीं है। चंद्रशेखर ने जैन पर उससे ₹10 करोड़ सुरक्षा राशि वसूलने का आरोप लगाया है। उसने यह भी आरोप लगाया कि AAP ने उससे ₹50 करोड़ का चंदा स्वीकार किया।