17 घंटे तक सड़क पर तड़पता रहा युवक, किसी ने नहीं की मदद; खून बहने से जान गई
दिल्ली में एक युवक 17 घंटे तक सड़क पर तड़पता रहा लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। इसके बाद युवक को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन ज्यादा खून बहने की वजह से उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
दोस्त के हमले में युवक की मौत मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। बुराड़ी इलाके में हुई घटना के बाद युवक करीब 17 घंटे तक सड़क पर तड़पता रहा। इसके बाद युवक को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन ज्यादा खून बहने से उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इस बात का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है। दरअसल, 11 जून की शाम करीब 6.30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि मुकुंदपुर रोड पर घायल हालत में युवक पड़ा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो युवक को अस्पताल भेजा जा चुका था, जहां कुछ समय बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस को शुरुआती जांच में मामला सड़क दुर्घटना का लगा। तीन दिन बाद युवक की पहचान 32 वर्षीय नीरज के तौर पर हुई। इंस्पेक्टर जसपाल के नेतृत्व में एसआई एसके झा एवं एसआई दीपक कुमार की टीम ने जांच की तो यह मामला हत्या के तौर पर सामने आया। पुलिस ने नीरज के दोस्त लव को खून से सने जूते के साथ पकड़ा तो मालूम हुआ कि लूटपाट के लिए हत्या हुई है।
माता-पिता की पहले मौत हो चुकी है
नीरज का परिवार संत नगर में रहता था। उसके माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। परिवार में दो बड़े भाई हैं। परिवार इस समय नीरज की शादी के लिए लड़की देख रहा था। पुलिस ने पीएम रिपोर्ट के आधार पर आरोपपत्र बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।
सड़क किनारे फेंका, किसी की नजर नहीं पड़ी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि नीरज की मौत अत्यधिक रक्तस्राव से हुई थी। आउटर रिंग रोड से सटे मुकुंदपुर स्थित निर्माणाधीन सड़क पर सीमेंट के बड़े-बड़े ब्लॉक रखे हैं। इसी के पीछे दोनों ने साथ शराब पी। फिर नशे में धुत होकर लव नीरज से छीना झपटी करने लगा। विरोध करने पर सिर पर ईंट मारकर नीरज को घायल कर दिया और सीमेंट के ब्लॉक के पीछे फेंककर फरार हो गया। 17 घंटे बाद किसी ने उसे देखा तो पुलिस को मामले की जानकारी देने के साथ ही नीरज को अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टर के अनुसार, अगर एक घंटे पहले भी घायल को इलाज मिल गया होता तो उसकी जान बच सकती थी।