जमीन की सही जानकारी के लिए यमुना अथॉरिटी बनाएगी लैंड मैनेजमेंट सिस्टम
जेवर एयरपोर्ट के बाद यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक और आवासीय योजनाओं को काफी पसंद किया जा रहा है। प्राधिकरण जमीन अधिग्रहण के बाद योजना निकाल कर आवंटित कर रहा है। अपनी जमीन को...
जेवर एयरपोर्ट के बाद यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक और आवासीय योजनाओं को काफी पसंद किया जा रहा है। प्राधिकरण जमीन अधिग्रहण के बाद योजना निकाल कर आवंटित कर रहा है। अपनी जमीन को व्यवस्थित करने के लिए प्राधिकरण लैंड मैनेजमेंट सिस्टम बनाएगा ताकि यह पता चल सके कि प्राधिकरण ने कितनी जमीन खरीदी और कितनी का आवंटन हो चुका है। इसके लिए एक एजेंसी का चयन कर लिया गया है। यह कंपनी इस सिस्टम को तैयार करेगी।
नोएडा इंटरेनशनल एयरपोर्ट जेवर का निर्माणकर्ता कंपनी से अनुबंध होने के बाद यमुना प्राधिकरण में हलचल तेज हो गई है। प्राधिकरण नई-नई योजनाएं ला रहा है तो औद्योगिक निवेश के लिए उद्यमी भी आगे आए हैं। प्राधिकरण की औद्योगिक और आवासीय योजनाओं के बेहतर परिणाम समाने आए हैं। प्राधिकरण अब तक कितनी जमीन खरीद चुका है और कितनी जमीन का आवंटन कर चुका है, इसका आंकड़ा उसके पास है, लेकिन जमीन को व्यवस्थित तरीके से सहेजने के लिए अब लैंड मैनेजमेंट सिस्टम बनाया जाएगा ताकि सब कुछ कंप्यूटर से एक क्लिक पर मिल जाए।
29 गांवों में खरीदी है जमीन
यमुना प्राधिकरण ने अब तक 29 गांवों में जमीन अधिग्रहण किया है। कुछ गांवों की पूरी जमीन ली जा चुकी है तो कुछ में आंशिक। यहां पर कितनी जमीन खरीदी गई, कितनी जमीन आ आवंटन हुआ, कहां-कहां पर जमीन अभी बची हुई है, कहां पर अभी योजना लाई जा सकती है, मास्टर प्लान के हिसाब से कौन सी योजना बेहतर रहेगी आदि के लिए लैंड मैनेजमेंट सिस्टम की जरूरत है।
अतिक्रमण का भी चल सकेगा पता
लैंड मैनेजमेंट सिस्टम से यह भी पता चल सकेगा कि प्राधिकरण की जमीन पर कहां-कहां कब्जा है। इससे प्राधिकरण अपनी जमीन से कब्जा भी हटवा सकेगा। बहुत सारी ऐसी जमीन होती है जिसका प्राधिकरण को पता नहीं रहता है। अब ऐसी भी जमीन प्राधिकरण के कब्जे में आ जाएगी।
ग्रेनो प्राधिकरण में काम कर रही एजेंसी
यमुना प्राधिकरण ने लैंड मैनेजमेंट सिस्टम बनाने के लिए सलाहकार एजेंसी का चयन कर लिया है। टीला एजेंसी इस काम को करेगी। यह एजेंसी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में काम कर रही है। वहां भी लैंड मैनेजमेंट सिस्टम बन रहा है ताकि प्राधिकरण को अपनी जमीन का पता चल सके।
''यमुना प्राधिकरण लैंड मैनेजमेंट सिस्टम बनाएगा ताकि जमीन की सही जानकारी मिल सके। इसके लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है।'' -डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण