'कतर के आसमान से भी नहीं गुजरेंगे, 528 दिन बाद जेल से रिहा होकर भारत लौटे अमित नागपाल ने बताई पूरी बात
कतर से रिहा होकर वतन लौटे भारतीय नौसेना से रिटायर्ड कमांडर अमित नागपाल ने कहा कि मन में दृढ़ विश्वास था कि मैं बेकसूर हूं,एक दिन रिहाई जरूर होगी। इसी विश्वास के साथ जेल में एक-एक दिन काटे।
कतर से रिहा होकर वतन लौटे भारतीय नौसेना से रिटायर्ड कमांडर अमित नागपाल ने कहा कि मन में दृढ़ विश्वास था कि मैं बेकसूर हूं,एक दिन रिहाई जरूर होगी। इसी विश्वास के साथ जेल में एक-एक दिन काटे। उन्होंने कहा कि वतन वापसी की भावनाओं को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। देश वापसी किसी सपने के पूरे होने से कम नहीं है।
कमांडर अमित नागपाल नोएडा सेक्टर-29 अरुण विहार में रहते हैं। परिवार में उनके पत्नी मोंगा नागपाल और एक बेटा है। भारत लौटने के बाद ‘हिन्दुस्तान’ के साथ बातचीत में रिटायर्ड कमांडर अमित नागपाल ने कहा कि वर्ष 2017 में कतर की धारा ग्लोबल कंपनी में नौकरी शुरू की। वह कतर में नेवी को ट्रेनिंग देने का कार्य करते थे। उनकी ट्रेनिंग से कतर नेवी के जवान काफी प्रभावित थे और उन्हें अपना गुरु मानते थे।
उन्होंने बताया कि कतर में सबकुछ ठीक चल रहा था। इस बीच 30 अगस्त 2022 की रात अचानक कतर पुलिस ने जासूसी के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। कुछ पल को विश्वास ही नहीं हुआ कि यह क्या हो रहा है। इस घटना के बाद उनका पूरा परिवार सदमे में आ गया। भारत सरकार के प्रयास से करीब 528 दिन बाद 11 फरवरी को जेल में रिहा हुए और 12 फरवरी को वतन वापसी हो सकी।
दूतावास के अधिकारियों ने स्वागत किया : जेल के प्रवेश द्वार से निकलते ही सामने भारतीय दूतावास के अधिकारी स्वागत के लिए खड़े थे। कुछ देर दूतावास पर रुकने के बाद सीधे कतर एयरपोर्ट पर पहुंचे और जहाज से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। भारत पहुंचने के बाद कतर में पत्नी मोंगा नागपालको वतन वापसी की सूचना दी। उस समय पत्नी मोंगा नागपाल दोहा एयरपोर्ट थीं। मुंबई में शिरडी साईं मंदिर जाने के लिए फ्लाइट पकड़ने वाली थीं। उन्हें बताया कि मैं दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गया हूं, अब तुम भी आ जाओ। इतना सुनते ही मोंगा नागपाल की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने बताया कि इस हादसे के बाद विश्व के अन्य देशों में तो जाएगे, लेकिन कतर नहीं जाएंगे। कतर के आसमान से गुजरने वाले जहाज से भी नहीं जाएंगे।
पत्नी की मन्नतें पूरी हुईं
अमित नागपाल ने कहा कि भारतीय दूतावास, भारत सरकार और प्रधानमंत्री के प्रयासों से ही रिहाई संभव हो पाई है। भारत सरकार सभी सेवानिवृत सैन्य कमांडरों की रिहाई के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है।पत्नी मोंगा नागपाल ने विभिन्न मंदिरों में मन्नतें मांगी थीं, वह पूरी हुई हैं। अब माता वैष्णो देवी और अध्योधा में राम मंदिर में दर्शन के साथ ही देश के अन्य धार्मिक स्थलों पर जाकर दर्शन करेंगे और भगवान का धन्यवाद करेंगे।