क्यों नूंह पहुंच रहे आपके चोरी फोन, फिर क्या होता है इनके साथ; बड़े खेल का खुलासा
दिल्ली-एनसीआर से फोन छीनने के बाद झपटमार नूंह और राजस्थान में सक्रिय जालसाजों को बेच रहे हैं। उन फोन का इस्तेमाल कर जालसाज लोगों से ठगी कर रहे। झपटमारों और जालसाजों का नेटवर्क बन चुका है।
दिल्ली-एनसीआर से फोन छीनने के बाद झपटमार नूंह और राजस्थान में सक्रिय जालसाजों को बेच रहे हैं। उन फोन का इस्तेमाल कर जालसाज लोगों से ठगी कर रहे। गुरुग्राम साइबर पुलिस द्वारा ठगी के मामले की जांच में यह खुलासा हुआ। साइबर पुलिस अब लोगों के हाथ से छीने गए फोन की जांच कर रही, ताकि जालसाजों तक फोन पहुंचाने वाले गैंग का पता चल सके। इसके अलावा यह भी देखा जा रहा है कि छीने गए फोन के मामलों में जांच कहां तक पहुंची है।
बता दें कि हरियाणा पुलिस की सख्ती के बाद जालसाजों को फर्जी सिम कार्ड और म्यूल बैंक खाते मिलना काफी मुश्किल हो गया है। ऐसे में जालसाजों ने झपटमारों से फोन और सिम कार्ड के लिए संपर्क कर नया नेटवर्क शुरू किया। उसके बाद जालसाजों को आराम से फोन और सिम कार्ड मिलना शुरू हो गए। साइबर पुलिस इस नेटवर्क को भी तोड़ने के लिए योजना बना रही है। इसके अलावा जालसाजों ने फर्जी बैंक खाते खुलवाने के लिए कई निजी बैंक के मैनेजर और कर्मचारियों से साठगांठ कर हजारों खातों को खुलवाया।
नया नेटवर्क कर रहे तैयार
जालसाज ठगी करने के लिए समय के अनुसार अपने आप को भी तकनीकी विषयों में मजबूत कर रहे हैं। इसके अलावा वह सिम कार्ड, मोबाइल फोन और बैंक खातों के लिए भी अलग से नया नेटवर्क तैयार कर रहे हैं। जालसाल निजी बैंक में काम करने वाले मैनेजर और कर्मचारियों को रुपयों का लालच देकर अपने जाल में फंसाते हैं। उन्हें 15 हजार से दो लाख रुपये तक देते हैं। इन रुपयों के लालच में बैंक मैनेजर और कर्मचारियों ने हजारों की संख्या में खातों को खोलकर जालसाजों को मुहैया करवाया है।
फोन कर ठगे थे नौ लाख
नूंह में बैठे जालसाज ने 12 अप्रैल 2023 को झपटमार से छीने हुए सिम कार्ड का प्रयोग करते हुए फेडक्स पार्सल में गैर कानूनी गतिविधि से संबंधित होने के नाम पर डराया गया था। उसके बाद मुंबई पुलिस का अधिकारी बनकर कार्रवाई करने के नाम पर नौ लाख 21 हजार रुपये की ठगी कर डाली थी। इस मामले में जांच करते हुए साइबर पुलिस मानेसर के सामने आया था कि जिस सिम कार्ड से फोन किया गया था, वह फोन और सिम कार्ड बिलासपुर इलाके से कुछ दिन पहले ही झपटमारों के द्वारा छीना गया था। डीसीपी साइबर सिद्धांत जैन ने बताया कि झपटमारों के द्वारा छीने गए फोन का इस्तेमाल ठगी में किया गया था। मामले की जांच करते हुए खुलासा हुआ है। जालसाजों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए साइबर पुलिस काम कर रही है।
13 करोड़ की ठगी करने वाले चार गिरफ्तार
साइबर पुलिस ने देशभर में तीन हजार 425 लोगों से ठगी करने वाले चार जालसाजों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने लोगों से 13 करोड़ 9 लाख रुपये की ठगी कर डाली। आरोपियों की पहचान मोहित, मेहश, विश्वकर्मा व मोहित मिश्रा के रूप में हुई थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन मोबाइल फोन, दो सिमकार्ड और एक एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वह लोगों को ऑनलाइन रुपये ट्रांसफर करने और कस्टमर की निजी जानकारी प्राप्त करके लोगों के क्रेडिट कार्ड से पैसों की धोखाधड़ी करने की वारदातों को अंजाम देते थे। डीसीपी साइबर सिद्धांत जैन ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ देशभर में ठगी करने की तीन हजार 425 लोगों ने शिकायत की हुई है। उनके खिलाफ देश भर में 161 मामले दर्ज है। हरियाणा के विभिन्न जिलो में 10 मामले दर्ज हैं । गुरुग्राम में उनके खिलाफ दो मामले अलग-अलग साइबर थाने में दर्ज हैं।