पैगंबर विवाद के बाद से अंडरग्राउंड नूपुर शर्मा की फिर क्यों अचानक हो रही चर्चा
पिछले साल एक टीवी डिबेट शो के दौरान विवादित बयान की वजह से कट्टरपंथियों के निशाने पर आईं नूपुर शर्मा अज्ञातवास में रह रही हैं। अब एक बार फिर सोशल मीडिया पर लोग उनकी चर्चा कर रहे हैं।
पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी के बाद से अंडरग्राउंड भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की एक बार फिर सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है। एक टीवी डिबेट शो के दौरान विवादित बयान की वजह से कट्टरपंथियों के निशाने पर आईं नूपुर शर्मा पिछले साल जून से ही अज्ञातवास में रह रही हैं। अब महिला दिवस पर बहुत से लोगों को उनकी याद आई और ट्विटर पर उनके 'अधिकारों'की चर्चा होने लगी। ट्विटर पर उनका नाम ट्रेंड कर रहा है।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा,'जिसने दंगा करवाया आज वह खुलेआम घूम रहा है और बेकसूर महिला गुमनाम की जिंदगी जी रही है। मेरी मांग है वीडियो की जांच हो और जिसने भी लोगों को भड़काया उसे सलाखों के पीछे डाला जाए और नूपुर शर्मा के साथ इंसाफ हो। तब माना जाएगा की भारत में महिला दिवस मनाया जाता है महिला का सम्मान भी किया जाता है।' एक अन्य ट्विटर यूजर ने कहा, 'जिन लोगों ने नूपुर शर्मा, स्मृति ईरानी, निर्माल सीतारमण, सुषमा स्वराज का अनेक वजहों से मजाक उड़ाया। कुछ महीने पहले जिन लोगों ने नूपुर शर्मा को सार्वजनिक फांसी देने की मांग की वे 'हैप्पी महिला दिवस' ट्वीट कर रहे हैं। कैसा मजाक है।'
गौरतलब है कि पिछले साल एक टीवी डिबेट शो के दौरान नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर एक टिप्पणी की थी। इसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। देशभर में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए तो कई इस्लामिक देशों ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। नूपुर के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में मुकदमे दर्ज किए गए। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इन्हें क्लब करने का आदेश दिया। नूपुर को दिल्ली पुलिस की सुरक्षा हासिल है। लेकिन पिछले साल जून से ही वह सार्वजनिक रूप से कहीं नजर नहीं आईं। उन्होंने सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी बंद कर दिया है। नूपुर का समर्थन करने की वजह से राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल और अमरावती में उमेश कोल्हे की हत्या कर दी गई थी।