'भारत से भी उजाड़ दिए गए...', मजनू का टीला में रह रहे पाकिस्तानी हिन्दुओं में DDA के नोटिस से दहशत
पाकिस्तान से वर्ष 2013 में भारत आए हिन्दू शरणार्थी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लगभग 180 परिवार मजनू का टीला के गुरुद्वारा के पास बनी झुग्गियों, टीन शेड में रह रहे हैं।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हैदराबाद शहर से वर्ष 2013 में भारत आए हिन्दू शरणार्थी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लगभग 180 परिवार मजनू का टीला के गुरुद्वारा के पास बनी झुग्गियों, टीन शेड में रह रहे हैं। इन परिवारों के ऊपर अभ बेघर होने की तलवार लटक रही है। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने शनिवार और रविवार को इन झुग्गियों को तोड़ने का नोटिस जारी किया था। इन लोगों का कहना है कि अब भारत से भी हमें उजाड़ दिया गया तो हम कहां जाएंगे।
अत्याचार सहकर यहां आए : मजनू का टीला के पास बनी झुग्गियों में रहने वाले हिन्दू शरणार्थियों के प्रधान धर्मवीर ने कहा कि पाकिस्तान में वीभत्स घटनाओं और अत्याचारों को सहने के बाद भारत में शरण लेने के लिए पहुंचे थे। हमें उम्मीद थी कि सभी परिवारों को जल्द ही भारत ती नागरिकता मिल जाएगी। हाल ही में भारत की संसद में नागरिकता संशोधन कानून पारित होने के बाद कई परिवारों के सदस्यों को भारत की नागरिकता मिली है। अब तक कुल 50 लोगों को नागरिकता मिल चुकी है। यहां कुल 1100 लोग रहते हैं, जिनमें लगभग 250 बच्चे हैं और बाकी महिलाएं व पुरुष हैं।
उन्होंने कहा कि नागरिकता समेत कई मामलों के लिए हम लगातार गृह मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के संपर्क में हैं। हमारी पुलिस वैरिफिकेशन भी होती है। हमारी मांग है कि सभी हिन्दू शरणार्थियों को नागरिकता देते हुए स्थायी मकान की सुविधा दी जाए। हम सभी अपना धर्म बचाने के लिए पाकिस्तान से भारत माता की शरण में आए हैं
कोर्ट से स्टे लिया : धर्मवीर ने बताया कि डीडीए के नोटिस के बाद हमने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। इस संबंध में हाईकोर्ट से सहयोग मिलते हुए हमें डीडीए की तोड़फोड़ की कार्रवाई पर स्टे मिल चुका है। अब इस संबंध में आगामी 10 सितंबर को कोर्ट में सुनवाई होगी। इस कारण शरिवार को कोई तोड़फोड़ नहीं हुई, लेकिन नोटिस के कारण अभी भी लोग दहशत में हैं।
नियम के तहत नोटिस दिया : डीडीए
डीडीए प्रशासन ने नोटिस में एनजीटी के आदेश के तहत यमुना डूब क्षेत्र में से अतिक्रमण को हटाने के बात कही है। साथ ही झुग्गियों को हटाने के लिए नोटिस जारी कर लोगों को रैन बसेरों में रहने के लिए कहा गया है। डीडीए के अधिकारियों के अनुसार, यमुना डूब क्षेत्र में अवैध रूप से अतिक्रमण को नियम के तहत हटाया जाता है। बीते दिनों भी यमुना डूब क्षेत्र के इलाकों में किए गए अतिक्रमण को हटाया गया।