Shraddha Murder Case : मुझे मेरी बेटी के टुकड़े कब मिलेंगे, श्रद्धा के पिता का छलका दर्द; नहीं कर पा रहा अंतिम संस्कार
Shraddha Murder Case : उन्होंने सवाल उठाया है कि हम ट्रायल पूरा होने के बाद ही बेटी का अंतिम संस्कार कर पाएंगे। सवाल यह है कि यह ट्रायल कब पूरा होगा और मुझे मेरी बेटी के टुकड़े कब मिलेंगे?
Shraddha Murder Case : श्रद्धा वालकर मर्डर केस पर अदालती कार्रवाई चल रही है। इस बीच श्रद्धा वालकर के पिता विजय वालकर ने बताया है कि उन्होंने अभी तक अपनी बेटी का अंतिम संस्कार नहीं किया है। श्रद्धा के लिव-इन पार्टनर आफताब पर आरोप है कि उसने श्रद्धा का कत्ल किया और फिर उनके लाश के टुकड़ों को दिल्ली के जंगलों में फेंक दिया था। सोमवार को श्रद्धा के पिता ने कहा कि मेरी बेटी की हत्या के एक साल मई के महीने में पूरे हो जाएंगे लेकिन अभी तक उन्होंने अपनी बेटी का अंतिम संस्कार नहीं किया है।
साकेत कोर्ट में श्रद्धा मर्डर केस से जुड़ी एक सुनवाई के बाद श्रद्धा के पिता ने कहा कि मई में मेरी बेटी की हत्या के एक साल पूरे हो जाएंगे और मैं अभी तक उसकी अंतिम संस्कार कर पाने के लायक नहीं हुआ हूं। जब आरोपी को मौत की सजा मिलेगी तब ही मैं उसका अंतिम संस्कार कर पाउंगा। उन्होंने यह भी कहा कि वो अपनी बेटी का अंतिम संस्कार कर पाने की हालत में नहीं हैं। उनकी मृतक बेटी के शरीर के टुकड़े उन्हें अभी नहीं मिले हैं, केस का ट्रायल खत्म होने के बाद ही उन्हें उनकी बेटी के शरीर के टुकड़े दिये जाएंगे।
'मुझे मेरी बेटी के टुकड़े कब मिलेंगे'
विजय वालकर ने कहा कि वो चाहते हैं कि आरोपी को मामले की सुनवाई एक निश्चित समय में पूरी हो और उनकी बेटी के हत्यारे को मौत की सजा जरूर मिले। उन्होंने सवाल उठाया है कि हम ट्रायल पूरा होने के बाद ही बेटी का अंतिम संस्कार कर पाएंगे। सवाल यह है कि यह ट्रायल कब पूरा होगा और मुझे मेरी बेटी के टुकड़े कब मिलेंगे? विजय वालकर की वकील सीमा कुशवाहा ने कहा कि निर्भया केस को अपने अंजाम तक पहुंचने में 7 साल लगे थे। निर्भय केस की तरह इस केस को निष्कर्ष तक पहुंचने में इतना समय नहीं लगना चाहिए।
अदालत में चलाई गई वीडियो रिकॉर्डिंग..
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने अदालत में श्रद्धा मर्डर केस के आरोपी आफताब पूनावाला के खिलाफ लगे आरोपों पर अपनी दलीलें पूरी कीं। आफताब भी उस वक्त साकेत कोर्ट में मौजूद था। विजय वालकर भी अदालत में सुनवाई के दौरान मौजूद थे। दिल्ली पुलिस की तरफ से मौजूद वकील ने बताया कि श्रद्धा Practo ऐप के जरिए चिकित्सकों से काउंसिलिंग ले रही थी। ऑनलाइन काउंसिलिंग का ऑडियो-वीडियो भी कोर्टरूम में चलाया गया। आफताब भी उस वक्त वहां मौजूद था। इस रिकॉर्डिंग को देख श्रद्धा के पिता भावुक हो गये।
इस रिकॉर्डिंग में श्रद्धा यह कहते हुए सुनाई दे रही थी, 'वो मुझे ढूंढ लेगा और मुझे मार डालेगा।' एक रिकॉर्डिंग में श्रद्धा चिकित्सक से यह भी कहती है कि आफताब ने उनका गर्दन दबोच लिया था। मेरे सामने अंधेरा छा गया था और मैं सांस नहीं ले पा रही थी। अदालत ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 25 मार्च की तारीख मुकर्रर की है।
श्रद्धा के पिता की वकील ने कहा है कि इस तरह इस केस को निष्कर्स तक पहुंचने में बरसों लग जाएंगे। इस केस पर रोजाना सुनवाई होनी चाहिए और इसे एक निश्चित समय में पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धा के पिता से चर्चा कर मैं दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर करूंगा।