विकास दिव्यकीर्ति की कोचिंग पर भी प्रशासन का ऐक्शन, MCD ने सील कर दिया सेंटर
एमसीडी ने विकास दिव्यकीर्ति के कोचिंग सेंटर पर भी ऐक्शन लिया है। मुखर्जी नगर स्थित कोचिंग सेंटर को सील करते हुए एमसीडी ने बताया कि बेसमेंट के अंदर 300 बच्चों की क्लास चलाई जा रही थी।
दिल्ली में आईएएस कोचिंग हादसे के बाद नगर निगम का लगातार ऐक्शन जारी है। राव आईएएस का एनओसी रद्द करने के बाद अब एमसीडी ने विकास दिव्यकीर्ति की दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर को भी सील कर दिया है। मुखर्जी नगर स्थित दृष्टि आईएएस कोचिंग का सेंटर सील करने के दौरान एमसीडी ने बताया कि बेसमेंट में 300 से ज्यादा स्टूडेंट्स की क्लास चल रही थी। अब इसे सील कर दिया गया है।
बीते शनिवार को दिल्ली के राव आईएएस कोचिंग में बड़ा हादसा हो गया था। इस हादसे में तीन यूपीएससी स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी। दरअसल, बेसमेंट के अंदर लाइब्रेरी चलाई जा रही थी। इसमें बारिश के दौरान तेजी से पानी भरा और तीन की मौत हो गई। इस हादसे के बाद एमसीडी और दिल्ली प्रशासन ने सख्ती से कार्रवाई शुरू कर दी है। राव आईएएस कोचिंग बिल्डिंग को सील करने के बाद अब विकास दिव्यकीर्ति के कोचिंग सेंटर को भी सील कर दिया गया है।
कौन हैं विकास दिव्यकीर्ति
विकास दिव्यकीर्ति वर्तमान में देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों में से एक माने जाते हैं। उनके नेतृत्व में दृष्टि आईएएस नाम का कोचिंग संस्थान चलता है। देश के अलग-अलग शहरों में दृष्टि आईएएस के सेंटर बनाए गए हैं। विकसा दिव्यकीर्ति देश और दुनिया में अलग-अलग तरह के मामलों पर अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। सोशल मीडिया पर उनकी रील्स भी खूब वायरल होती हैं। हाल ही में उनका एक इंटरव्यू वायरल हुआ था। इस इंटरव्यू की कई रील्स सोशल मीडिया पर अब भी वायरल हो रही हैं।
दिल्ली पुलिस ने एमसीडी को पत्र लिखकर राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर के पास नालों की सफाई की स्थिति के बारे में जानकारी मांगी है। शनिवार शाम को कोचिंग सेंटर में पानी भर गया था, जिसके कारण सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन विद्यार्थियों की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने यह जानकारी मांगी है कि कोचिंग संस्थान के खिलाफ नगर निकाय को कोई शिकायत दी गई थी या नहीं और अगर शिकायत दी गई थी तो उन्होंने क्या कार्रवाई की।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम एमसीडी अधिकारियों से नालों की सफाई और राव आईएएस स्टडी सर्किल को जारी किए गए अनापत्ति प्रमाण पत्र के बारे में सवाल कर सकते हैं, जहां पुस्तकालय के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे ‘बेसमेंट’ में पानी भर जाने के कारण तीन विद्यार्थियों की मौत हो गई थी।