40 मीटर लंबी सुरंग से चुराते थे हजारों लीटर तेल, दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में लगाए क्या-क्या आरोप
इस गैंग का सरगना सरगना सुदेश गुप्ता पहले भी तीन बार गिरफ्तार हो चुका है। वर्ष 2007 में उसे पहली बार हरियाणा के सांपला में गिरफ्तार किया था। 2011 में राजस्थान में भी उसे तेल चोरी में गिरफ्तार किया था।
दिल्ली से पानीपत जा रही पाइपलाइन से तेल चोरी करने के लिए बदमाशों ने दो माह तक खुदाई कर 40 मीटर लंबी सुरंग बनाई थी। यह खुलासा पुलिस ने अदालत के समक्ष दायर किए आरोपपत्र में किया। इसमें बताया गया कि आरोपी एक बार में लगभग चार हजार लीटर तेल चोरी करते थे। इसे नजफगढ़ स्थित गोदाम में पहुंचाया जाता था। इसके बाद सस्ती कीमत पर बेच दिया जाता था।
इस गिरोह के सरगना सुदेश गुप्ता सहित आठ लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल हुआ। पुलिस के अनुसार, पिछले वर्ष अक्टूबर में उन्हें बिजवासन आईओसीएल के मैनेजर अभिषेक कशोधन ने तेल चोरी की शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि कुछ समय से पाइपलाइन में प्रेशर कम होने की शिकायत मिल रही थी। लीकेज न मिला तो अत्याधुनिक मशीन से पता चला कि पोचनपुर में तेल लीक हो रहा है। जेसीबी से जब इसकी खुदाई की गई तो वहां 40 मीटर लंबी सुरंग मिली, जिसका रास्ता एक प्लॉट से होकर जाता था। यहां काफी सारा भूसा पड़ा हुआ था। इसके बाद द्वारका सेक्टर-23 थाने में केस दर्ज किया गया।
किराये पर प्लॉट लिया था : एसएचओ सुनील कुमार की टीम ने प्लॉट मालिक राकेश कुमार को गिरफ्तार किया। उसने बताया कि यह प्लॉट नरेश कुमार ने 30 हजार रुपये प्रतिमाह के किराये पर उससे जून 2023 में लिया था। पुलिस ने जब नरेश को पकड़ा तो पता चला कि उसका वास्तविक नाम सुदेश गुप्ता है। वह इससे पहले भी कई बार तेल चोरी में गिरफ्तार हो चुका है। इससे पूछताछ के बाद राम, नितिन, सुनील, राशिद खान, ज्ञानेन्द्र कुमार और इमरान मिस्त्री को गिरफ्तार किया। राकेश को छोड़ अन्य सभी सात आरोपी जेल में बंद हैं। वहीं, सुरंग खोदने वालों की तलाश चल रही है।
ऐसे वारदात करते थे
सुदेश ने राम और राशिद खान के साथ मिलकर तेल चोरी करने की योजना बनाई। इसके लिए नितिन ने 2.5 लाख रुपये दिए। उन्होंने पाइपलाइन से 40 मीटर दूर राकेश का प्लॉट तूड़े (भूसा) का काम करने के लिए किराये पर लिया। यहां से लक्ष्मण, रवि, काले, मुरादी आदि मजदूरों ने दो माह में 40 फीट लंबी सुरंग खोदी। इमरान उर्फ मिस्त्री ने वेल्डिंग कर पाइपलाइन में वॉल्व लगाया। चोरी के तेल को वह पलवल में सुनील और नागलोई में ज्ञानेन्द्र को बेचते थे।
तीन बार गिरफ्तार हो चुका सरगना
सरगना सुदेश गुप्ता पहले भी तीन बार गिरफ्तार हो चुका है। वर्ष 2007 में उसे पहली बार हरियाणा के सांपला में गिरफ्तार किया था। 2011 में राजस्थान में उसे राम और लक्ष्मण के साथ तेल चोरी में गिरफ्तार किया था। वहीं, वर्ष 2016 में भी मुंडका इलाके में सुरंग बनाकर तेल चोरी में गिरफ्तार हुआ था।