यूपी बोर्ड रिजल्ट में इकरा और प्रिया ने किया जिला टॉप, प्रदेशभर में नोएडा को मिला सातवां स्थान
बोर्ड ने मंगलवार को दसवीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया। गौतमबुद्ध नगर का दसवीं में परिणाम 93.03 प्रतिशत और 12वीं में 82.41 प्रतिशत दर्ज किया गया। इस बार भी छात्राओं का दबदबा रहा।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने मंगलवार को दसवीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया। गौतमबुद्ध नगर का दसवीं में परिणाम 93.03 प्रतिशत और 12वीं में 82.41 प्रतिशत दर्ज किया गया। इस बार भी छात्राओं का दबदबा रहा। हाईस्कूल में पर्थला खंजरपुर की छात्रा इकरा ने 96.17 प्रतिशत अंक हासिल कर जिले में टॉप किया। वहीं, दादरी की छात्रा प्रिया इंटरमीडिएट में टॉपर बनीं हैं।
जिले के होनहारों का दसवीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम में प्रदेशभर में सातवां स्थान रहा। पिछले वर्ष गौतमबुद्ध नगर दसवीं के परिणाम में अव्वल था, जबकि इंटर के परिणाम 37वें पायदान पर रहा था। इस वर्ष भी दोनों कक्षाओं के 2408 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। इनमें हाईस्कूल के 1206 और इंटर के 1202 शामिल हैं। परीक्षा छोड़ने का क्या कारण रहा, हालांकि विभाग के पास इसका कोई जवाब नहीं हैं।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में राजकीय के मुकाबले एडेड स्कूलों का परीक्षा परिणाम बेहतर रहा। दसवीं में जिले के टॉप-11 विद्यार्थी एडेड स्कूल के रहे तो 12वीं में भी एडेड स्कूल के सभी 12 विद्यार्थियों जिले के टॉप-10 मेधावी विद्यार्थियों में अपनी जगह बनाई। जिले में सात राजकीय स्कूल हैं। 10वीं में राजकीय हाईस्कूल शादीपुर छिडौली के छात्र आयान ने टॉप-चार में जगह बनाई, जबकि 12वीं में राजकीय स्कूल का एक भी छात्र टॉप 10 में जगह नहीं बना पाया।
डॉक्टर बनने की तैयारी
शाहबेरी की रहने वाली इकरा ने हाईस्कूल में 96.17 प्रतिशत अंक हासिल कर गौतमबुद्ध नगर में टॉप किया है। इनका लक्ष्य डॉक्टर बनना है। जिसके लिए उन्होंने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। सेक्टर-122 पर्थला खंजरपुर स्थित बीआर इंटर कॉलेज की छात्रा इकरा के पिता मुस्तकीम सैफी फैब्रीकेटिंग का कार्य करते हैं, जबकि मां शहनाज गृहणी हैं। इकरा ने बताया कि उनके लिए यह सफर काफी मुश्किल रहा। वह चार बहन भाई हैं। आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण वह चाहते हुए भी ट्यूशन क्लास नहीं ले सकीं। परीक्षा के दौरान उन्होंने सुबह चार बजे उठकर अध्ययन किया था। माता पिता के लक्ष्य को अपना लक्ष्य माना। बताया कि वह 11वीं की पढ़ाई विज्ञान वर्ग में करेगी। उन्हें मेडिकल की पढ़ाई कर डॉक्टर बनना है। इकरा ने बताया कि कोरोना महामारी में चिकित्सकों की काफी जरूरत थी। उन्होंने महामारी को देखते हुए यह पेशा चुना है। उनका कहना है कि वह बचपन से ही समाज सेवा करना चाहती थी।
आईएएस का सपना
इंटरमीडिएट में दादरी की प्रिया सिंह ने जिला टॉप किया है। दादरी के वैदिक कन्या इंटर कॉलेज की प्रिया छात्रा हैं। उन्होंने 600 में से 462 अंक हासिल किया। उनको 92.40 अंक हासिल हुए हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और अध्यापकों को दिया। प्रिया सिंह के पिता का नाम प्रदीप कुमार हैं और वह दादरी तहसील में एक बैनामा लेखक हैं। उनकी मां अरुणा देवी गृहणी हैं। वह अपनी चार बहनों में सबसे बड़ी हैं। उन्होंने बताया कि मैंने अपनी तरफ से अपना बेस्ट दिया है। उन्होंने बताया कि मैं आगे चलकर आईएएस अधिकारी बनना चाहती हूं। समाज में प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार लाना चाहती हूं। उन्होंने बताया कि मैंने रोजाना लगातार आठ घंटे तक पढ़ाई की थी। इसको लेकर मैंने पहले से ही लक्ष्य निर्धारित किया था। उन्होंने कहा कि इस दौरान मेरे स्कूल के अध्यापक और मेरे माता-पिता ने मेरा मार्गदर्शन किया और मेरा हौसला बढ़ाया। उसी का फल है जो आज परीक्षाओं में ऐसे परिणाम मिले हैं।
हाईस्कूल में पांच वर्षों का परिणाम
वर्ष परिणाम प्रतिशत
2018 86.20
2019 91.06
2020 87.92
2022 95.55
2023 93.03
इंटरमीडिएट में पांच वर्षों के नतीजे
वर्ष परिणाम प्रतिशत
2018 87.40
2019 80.47
2020 87.92
2022 86.74
2023 82.41
इस वर्ष जिले ने 12वीं के परीक्षा परिणाम में काफी सुधार किया है। सभी उत्तीर्ण हुए छात्र-छात्राओं को बधाई और जो इस वर्ष सफल नहीं हो सके, उन्हें निराश होने की नहीं मेहनत करने की आवश्यकता है। -डॉ. धर्मवीर सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक
19 मई तक करें स्क्रूटनी के लिए आवेदन
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के अपने परिणाम से असंतुष्ट छात्र-छात्राएं स्क्रूटनी (सन्निरीक्षा) के लिए 19 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। लिखित और प्रयोगात्मक खंड के लिए 500 रुपये प्रति प्रश्नपत्र की दर से निर्धारित है। संबंधित आवश्यक निर्देश वेबसाइट upmsp.edu.in पर उपलब्ध है।