मरने के बाद भी दो हजार लोगों को मिल गई पेंशन, गाजियाबाद में बड़ी लापरवाही का खुलासा
शासन के आदेश पर वृद्धा, दिव्यांग व विधवा पेंशन के लाभार्थियों का सत्यापन किया गया तो पिछले साल 2,103 ऐसे लाभार्थी लाभ लेते पाए गए जिनकी या तो मृत्यु हो चुकी है या फिर वह पेंशन योजना के लिए अपात्र हैं।
सरकारी विभागों की लापरवाही के कारण गाजियाबाद जिले में मरने के बाद भी 2,074 लोगों के खाते में पेंशन की राशि पहुंचती रही। यह खुलासा विभागों की जांच में हुआ है। वहीं, 29 अपात्र भी पेंशन का लाभ लेते पाए गए। अब विभाग पेंशन योजना की राशि वसूलने में जुट गया है।
गाजियाबाद जनपद में समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत वृद्धा, जिला दिव्यांगजन कल्याण विभाग दिव्यांग पेंशन और प्रोबेशन विभाग के अंतर्गत विधवा पेंशन योजना संचालित है। शासन के आदेश पर वृद्धा, दिव्यांग और विधवा पेंशन के लाभार्थियों का सत्यापन किया गया तो पिछले साल 2,103 ऐसे लाभार्थी लाभ लेते पाए गए जिनकी या तो मृत्यु हो चुकी है या फिर वह पेंशन योजना के लिए अपात्र हैं। मृतकों के बैंक खाते से उनके अभिभावक एटीएम और विभिन्न माध्यम से राशि निकाल चुके हैं। वहीं, अपात्र पेंशनधारक भी बैंक खाते में आई राशि का उपयोग कर चुके हैं।
वहीं विभागीय अधिकारियों का कहना है कि साल में एक बार पेंशनधारकों का सत्यापन होता है, जिसमें अपात्रों और मृतकों के आवेदन निरस्त किए जाते हैं। अभिभावक अगर पेंशनधारक के मरने की सूचना नहीं देते तो यह राशि बैंक खाते में जाती रहती है। इसका खुलासा सत्यापन में होता है।
आधार सीडिंग में 550 से ज्यादा की पेंशन निरस्त
वित्त वर्ष 2022-23 से शासन ने आधार सीडिंग (आधार को आवेदन से लिंक कराना) का कार्य अनिवार्य कर था। पिछले करीब छह माह से विभाग आधार सीडिंग का कार्य कर रहे हैं। इस दौरान अब तक करीब 550 पेंशन धारक अपात्र पाए गए हैं, जिनकी पेंशन निरस्त कर दी गई है। इसमें मृतक,कर देने वाले और शर्त पूरी न करने वाले भी शामिल हैं।
सत्यापन में पाए गए अपात्र और मृतकों की स्थिति
योजना मृतक अपात्र
वृद्धा पेंशन 1990 08
दिव्यांग पेंशन 72 12
विधवा पेंशन 12 09
वर्तमान में पेंशनधारक
श्रेणी कुल पेंशनधारक
दिव्यांग पेंशनधारक 7901
विधवा पेंशन धारक 38,589
वृद्धा पेंशनधारक 11,786
जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र ने कहा कि हर साल पेंशन लाभार्थियों का सत्यापन किया जाता है। सत्यापन में जो भी अपात्र या मृतक पाए गए थे उनके आवेदन निरस्त किए जा चुके हैं।