दिल्ली की सड़कों पर कहीं 'कुआं' तो कहीं 'तालाब', जरा बचकर चलना जनाब
पिछले तीन दिनों से भारी बारिश के कारण दिल्ली का बुरा हाल हो गया है। जनकपुरी, रोहिणी के बाद अब इंडिया गेट के पास शेरशाह रोड पर जमीन धंस गई है। जिसकी वजह से यातायात बाधित हो गया है।
पिछले तीन दिनों से भारी बारिश के कारण दिल्ली का बुरा हाल हो गया है। जनकपुरी, रोहिणी के बाद अब इंडिया गेट के पास शेरशाह रोड पर जमीन धंस गई है। जिसकी वजह से यातायात बाधित हो गया है। यातायात पुलिस ने मंगलवार सुबह कहा कि शेरशाह रोड के पास सड़क का एक हिस्सा धंस गया, जिससे इंडिया गेट सी-हेक्सागन पर यातायात बाधित हो गया है। लगातार बारिश की वजह से कई हिस्सों में जलभराव और ट्रैफिक जाम के हालात दिखाई दे रहे हैं।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्विटर पर यात्रियों को सड़क धंसने के बारे में सचेत किया और उन्हें मौजूदा परिस्थिति के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी। पुलिस ने ट्वीट कर कहा, 'शेरशाह रोड कट के पास सड़क धंसने के कारण सी-हेक्सागन इंडिया गेट पर यातायात प्रभावित है। यात्रियों को तदनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी जाती है।' पुलिस ने कहा कि किसी भी दुर्घटना को होने से रोकने के लिए सड़क के प्रभावित हिस्से पर बैरिकेड लगा दिया गया है।
इससे पहले जनकपुरी, ग्रेटर कैलाश-2 और रोहिणी में सड़क धंस चुकी है। बुधवार सुबह पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी में अचानक सड़क धंस गई थी। यह एक पॉश इलाका है जहां से हजारों वाहन गुजरते हैं। गनीमत यह रही की जब सड़क धंसी उस समय वहां से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था। घटना का पता चलने पर पुलिस ने गड्ढे के आसपास बैरिकेड लगा दिया था। इसके बाद रविवार को रोहिणी सेक्टर 23-24 में सड़क धंस गई थी। सड़क का गड्ढा इतना बड़ा था इसमें बड़ी गाड़ी आराम से समा सकती थी। ग्रेटर कैलाश-2 में भी सड़क धंसने का मामला सामने आया है।
यमुना के पानी ने खतरे के निशान को पार किया
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है। प्रशासन की ओर से यमुना खादर में रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी कर इलाके को छोड़ने की मुनादी शुरू कर दी गई है। बाढ़ नियंत्रण विभाग का अनुमान है कि यमुना का जलस्तर अभी अगले 10 घंटे तक बढ़ता रहेगा। दिल्ली में लगातार तीन दिन से हो रही बारिश और हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी के चलते यमुना के जलस्तर में बीते 24 घंटे से बढ़ोतरी हो रही है। बैराज से पानी छोड़े का सिलसिला जारी रहा तो यह स्तर और भी बढ़ सकता है।