गाजियाबाद में मेट्रो कॉरिडोर के दोनों तरफ बनेगा टीओडी जोन, क्या होंगे इसके फायदे
गाजियाबाद में मेट्रो कॉरिडोर के दोनों तरफ ऊंची इमारत बनेंगी, जिनमें आवासीय और व्यावसायिक गतिविधियां हो सकेंगी। जीडीए रेड और ब्लू लाइन कॉरिडोर के दोनों तरफ 500-500 मीटर तक टीओडी जोन घोषित करेगा।
गाजियाबाद में मेट्रो कॉरिडोर के दोनों तरफ ऊंची इमारत बनेंगी, जिनमें आवासीय और व्यावसायिक गतिविधियां हो सकेंगी। जीडीए रेड और ब्लू लाइन कॉरिडोर के दोनों तरफ 500-500 मीटर तक ट्रांजिटर ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) जोन घोषित करेगा। इसका प्रस्ताव जुलाई में प्रस्तावित बोर्ड बैठक में रखा जाएगा, जहां से स्वीकृति मिलने पर आगे काम शुरू होगा।
शासन की उच्च स्तरीय समिति ने मास्टर प्लान-2031 का प्रजेंटेशन देखने के बाद मेट्रो रूट कॉरिडोर के दोनों तरफ टीओडी जोन चिह्नित कर मास्टर प्लान में शामिल करने के निर्देश दिए थे। ऐसे में गाजियाबाद में मेट्रो रेड और ब्लू लाइन के दोनों तरफ ट्रांजिट ओरिएंटेड डवलपमेंट (टीओडी) जोन घोषित करने की तैयारी है। इन रूट के दोनों ओर 500-500 मीटर तक मिश्रित भू-उपयोग करते हुए पांच फ्लोर एरिया रेश्यो (एफएआर) दिया जा सकेगा, जिससे यहां आवासीय और व्यावसायिक गतिविधियां हो सकेंगी। ऐसे में शहीद स्थल न्यू बस अड्डा से दिलशाद गार्डन तक मेट्रो रेड लाइन और वैशाली से कौशांबी तक ब्लू लाइन के दोनों तरफ सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। साथ ही इसके दोनों तरफ 500-500 मीटर तक स्थान चिह्नित करके मास्टर प्लान में दर्शाया जा रहा है। ताकि इस बोर्ड बैठक से पूर्व ही इस रिपोर्ट को पूरी तरह तैयार कर लिया जाए और जुलाई में प्रस्तावित बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को उसमें शामिल कर आगे बढ़ाया जाए।
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ये फायदे होंगे : मेट्रो के दोनों फेज के दोनों तरफ अतिरिक्त एफएआर देने से छोटे भूखंडों पर मिश्रित भू-उपयोग के साथ ऊंची इमारत बन सकेगी। मेट्रो फेज-दो दिलशाद गार्डन से शहीद स्थल न्यू बस अड्डा तक दोनों तरफ ज्यादातर छोटे-छोटे भूखंड हैं, जिन पर वर्तमान में ज्यादातर निर्माण हो चुका है। मास्टर प्लान में उपरोक्त क्षेत्र के मेट्रो के टीओडी जोन के रूप में घोषित होने पर लोग दोबारा से नए नियमों के तहत नक्शा पास करा सकेंगे।
पांच एफएआर मिलेगा
इन मेट्रो के दोनों रूट और एलिवेटेड रोड के दोनों ओर 500-500- मीटर दायरे का भू उपयोग मिश्रित घोषित होगा। इससे यहां 100 मीटर भूखंड पर पांच एफएआर निर्माण मान्य हो सकेगा। ऐसे में कुल 500 वर्ग मीटर निर्मित क्षेत्र में निर्माण किया जा सकेगा। इससे यहां आवासीय और व्यवसायिक गतिविधियां होंगी। यहां नई टाउनशिप, काम्प्लेक्स, मॉल, दफ्तर, रेस्त्रत्त, मकान, ऑफिस आदि बन सकेंगे। साथ ही नक्शा स्वीकृति शुल्क से रूप में प्राधिकरण की आय बढ़ेगी।
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने कहा, ''मेट्रो रूट के दोनों तरफ टीओडी जोन घोषित किया जाएगा। इसके लिए नियोजन अनुभाग सर्वे कर जमीन चिह्नित करते हुए रिपोर्ट तैयार कर रहा है। यह प्रस्ताव आगामी बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। ताकि वहां से स्वीकृति मिलने के बाद आगे बढ़ सके।''