दूसरे पक्ष को फंसाने के लिए अपने पैर पर मारी गोली, फिर पुलिस को किया फोन; फर्जी केस में 3 गिरफ्तार
दिल्ली के ज्योतिनगर थाना क्षेत्र में गुरुवार देर शाम गोली चलने की घटना का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है। फर्जी केस में दूसरे पक्ष को फंसाने के चक्कर में आरोपियों ने खुद अपने पैर पर गोली मारी थी।
दिल्ली के कर्दमपुरी इलाके में गुरुवार को गोली चलने के कथित केस का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है। पुलिस ने एक पक्ष के 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। हैरान कर देने वाली बात ये है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने दूसरे पक्ष को फंसाने के लिए अपने पैर पर गोली मार ली और फिर अस्पताल जाते वक्त पुलिस को फोन भी किया ताकि पुलिस दूसरे पक्ष को गिरफ्तार कर ले।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान वसीम, उसके भाई फहीम (32) और उनके सहयोगी साहिल (23) के रूप में हुई है और उनके कब्जे से एक देशी पिस्तौल बरामद की गई है। गुरुवार को पूर्वोत्तर दिल्ली के ज्योति नगर पुलिस स्टेशन में कर्दमपुरी इलाके में गोलीबारी की घटना की सूचना दी गई, जिसमें पीड़ित को उसके भाई द्वारा जीटीबी अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस टीम अस्पताल पहुंची और मामले की जांच शुरू की। हालांकि पीड़ित ने अपना बयान नहीं दिया। तदनुसार, आईपीसी की धारा 307/34 और शस्त्र अधिनियम के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान टीमों ने भूरा को पकड़ लिया, जिसने पूछताछ में बताया कि वह कुछ दिन पहले ही जेल से छूटा है।
पुलिस ने जब बाद में पीड़ित के भाई फहीम से पूछताछ की तब राज उजागर हो गया कि वे भूरा को झूठे मामले में फंसाकर उससे बदला लेना चाहते थे। इसलिए, साहिल नाम के एक दोस्त के साथ मिलकर एक साजिश रची और जगह की तलाश की जहां CCTV न लगा हो।"
गुरुवार रात करीब 9 बजे तीनों ने कथित तौर पर भूरा को रोका और साहिल ने उसे पीछे से पकड़ लिया। पुलिस ने कहा कि फहीम ने कथित तौर पर देशी पिस्तौल अपने भाई वसीम को सौंप दी, जिसने बाएं पैर में खुद को गोली मार ली और फहीम को हथियार लौटा दिया, लेकिन हाथापाई के दौरान भूरा ने खुद को साहिल के चंगुल से मुक्त कर लिया और भाग गया।
अधिकारी ने कहा, "बाद में, वे घायल वसीम को जीटीबी अस्पताल ले गए और रास्ते में पीसीआर कॉल की। मामले में आरोपी फहीम के कब्जे से एक खाली कारतूस से भरी देशी पिस्तौल बरामद की गई।"