टिल्लू की हत्या की खबर के बाद भी जेल नहीं पहुंचे थे उप-अधीक्षक, नहीं बजा था कोई अलार्म
तिहाड़ जेल में बंद टिल्लू ताजपुरिया की हत्या को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया था। हत्या के दौरान टिल्लू की मदद के लिए कोई आगे नहीं आ सके इसके लिए भी हमलावरों ने पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए थे।
तिहाड़ जेल नंबर आठ में जिस वक्त गैंगस्टर सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की हत्या की गई उसी समय जेल के स्टाफ कर्मचारी ने हत्या की जानकारी जेल के उप-अधीक्षक (डीएस) को दी थी। यह उप-अधीक्षक तिहाड़ जेल परिसर में बने फ्लैटों में रहते हैँ, लेकिन हैरानी की बात है कि उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचने के बजाय फोन को अनसुना कर दिया था। जेल से जुड़े वरिष्ठ सूत्रों का कहना है कि टिल्लू की मौत का मंजर को तमिलनाडू पुलिस के जवानों ने भी देखा , लेकिन किसी ने अलार्म नहीं बजाया था। इससे तिहाड़ जेल और टीएसपी के जवानों की भूमिका को लेकर भी तरह-तरह की चर्चा तिहाड़ जेल कर्मियों के बीच चल रही हैं।
जेल सूत्रों के मुताबिक तिहाड़ की जेल नंबर आठ में बेशक जेल कर्मियों की संख्या 60 है और कैदियों की संख्या 2300 है। कैदियों की संख्या के हिसाब से देखा जाए तो एक जेल कर्मी के हिस्से में करीब 35 से अधिक कैदियों की निगरानी , उनका सुबह की चाय-नाश्ता,सफाई, कैदी को अस्पताल पहुंचाना, मुलाकात करना सहित अन्य काम आठ घटे की डयूटी में करने पड़े हैं। लेकिन जब सेल में चार कैदी टिल्लू को तेजधार वाले हथियार सुओं से तबाड़तोड़ वार कर रहे थे और सीसीटीवी में यह घटना कैद हो रही थी तो जेल के एक स्टाफ ने आठ नंबर जेल के उप-अधीक्षक जितेंद्र भार्गव को इस घटना की जानकारी दी थी।
सूत्रों का कहना है कि जेल में हत्या की जानकारी मिलने के बाद भी उप-अधीक्षक ने इसे अनसुना कर दिया और वह घटनास्थल पर नहीं पहुंचे। सूत्रों का यह भी कहना है कि उप-अधीक्षक ने उसी दिन अपनी तबीयत ठीक ना होने की बात उस जेल स्टाफ का कही थी और वह मौके-ए-वारदात तक नहीं पहुंचे। इससे भी अधिक चौकाने वाली बात यह है कि जिस वक्त टिल्लू को सुओं से हमलावर कैदी गोद रहे थे तो बैरक और सेल के बाहर मौजूद थे। ना तो उन्होंने अलार्म बजाया और ना ही हमलावरों को रोकने की कोशिश की थी। इस मामले को लेकर तिहाड़ जेल के सतर्कता विभाग ने भी मामले की अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। याद रहे कि टिल्लू की मौत के बाद तिहाड़ जेल से एक वीडियों वायरल हुआ था जिसमें चार हमलावर उसकी हत्या कर रहे हैँ।