तिहाड़ में सत्येंद्र जैन की खातिरदारी, ट्रांसफर किए गए अफसर का शराब घोटाले से भी जुड़ चुका नाम
तिहाड़ जेल में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की इच्छा के मुताबिक उनके सेल में तीन कैदियों को भेजने वाले जेल सुपरिंटेंडेंट का मंगलवार को ट्रांसफर कर दिया।
तिहाड़ जेल में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की इच्छा के मुताबिक उनके सेल में तीन कैदियों को भेजने वाले जेल सुपरिंटेंडेंट का मंगलवार को ट्रांसफर कर दिया गया। जेल में सत्येंद्र का साथ देने वाले इस अधिकारी का नाम शराब घोटाले से भी जुड़ा हुआ है। विवादित शराब नीति को जब लागू किया गया था तब इस अधिकारी को एक्साइज डिपार्टमेंट में असिस्टेंट कमिश्नर बनाया गया था। एक बार फिर विवादों में घिरे राजेश चौधरी पर ईडी की छापेमारी हो चुकी है और उनसे पूछताछ भी की गई थी।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कथित आबकारी घोटाले की जांच से जुड़े सूत्रों ने कहा, 'पिछले साल 5 नंवबर को दिल्ली में अधिकारी के आवास पर छापेमारी की गई थी। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पीए और अन्य अधिकारियों के साथ चौधरी के घर पर भी छापेमारी की गई थी।' रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि चौधरी एक्साइज डिपार्टमेंट में करीब दो महीने तक असिस्टेंट कमीश्नर रहे।
एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने बताया, '5 नवंबर को उनसे पूछताछ हुई थी। 13-15 नवंबर के बीच उनका ट्रांसफर जेल नंबर 7 में कर दिया गया। हम रिकॉर्ड्स की जांच कर रहे हैं और जांच करेंगे।' तिहाड़ में जेल नबंर 7 से जेल नंबर एक में ट्रांसफर किए गए राजेश चौधरी ने इस बात की पुष्टि की है कि उनके खिलाफ छापेमारी की गई थी। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी मिला नहीं था। उन्होंने कहा, 'मैंने जेल नंबर 7 में किसी के साथ मिलकर कोई काम नहीं किया। नीती को लागू किए जाने के दौरान मुझे कुछ दिन असिस्टेंट कमीश्नर के तौर पर भेजा गया था। मैं कुछ और काम देख रहा था। ईडी को फर्जी जानकारी मिली और उन्होंने मेरे स्थानों पर छापेमारी की। लेकिन उन्हें कुछ नहीं किया। मुझसे पूछताछ भी की गई है, लेकिन कुछ नहीं था। तब से ना तो मुझे बुलाया गया है और ना ही घोटाले में मेरा नाम है।'
जैन को सहूलियत देने के आरोपों का खंडन करते हुए चौधरी ने दावा किया, 'पिछले साल जब जेल नंबर सात में मेरा ट्रांसफर हुआ था। मैंने जैन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी क्योंकि वह मुझे और मेरे अधिकारियों को धमकी दे रहे थे।' जब उनसे पूछा गया कि क्या इस पर कोई ऐक्शन हुआ था तो उन्होंने जानकारी नहीं होने की बात कही। चौधरी पर आरोप है कि उन्होंने जैन को सुविधाएं उपलब्ध कराईं। बाहर का खाना, मसाज के लिए दूसरे कैदियों को भेजना, अलग से कुर्सी, गद्दे आदि देने का आरोप है। हाल ही में यह भी आरोप लगा कि सत्येंद्र जैन की तरफ से अकेलेपन महसूस होने की शिकायत करने पर चौधरी ने तीन कैदियों को उनके सेल में शिफ्ट कर दिया। जैन के सेल से कई वीडियो लीक होने के बाद पिछले साल दिसंबर में एक जांच बिठाई गई थी। डीजी जेल संजय बेनीवाल ने कहा कि चौधरी ने कैदियों के ट्रांसफर में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया। बाद में उन्हें अपने सेल में वापस भेज दिया गया था।