तिहाड़ से चल रहा वसूली रैकेट? महाठग सुकेश चंद्रशेखर की गुहार के बाद CBI का ऐक्शन
सुकेश चंद्रशेखर ने अपनी यचिका में सीबीआई को इस मामले में एफआईआऱ दर्ज करने की निर्देश देने की मांग की थी। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने दिल्ली हाई कोर्ट के सामने स्टेटस रिपोर्ट भी दाखिल की है।
तिहाड़ जेल से उगाही एक्सटॉर्शन रैकेट चलाए जाने के आरोपों पर सीबीआई ने शुरुआती जांच शुरू कर दी है। दरअसल ऐसे आरोप लगाए गए हैं कि तिहाड़ जेल और दिल्ली के अन्य जेलों से ऐक्सटॉर्शन रैकेट चलाए जा रहे हैं। ऐसे में अब सीबीआई ने मामले की जांच शुरू कर दी है। महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उसने अपनी यचिका में सीबीआई को इस मामले में एफआईआऱ दर्ज करने की निर्देश देने की मांग की थी। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने दिल्ली हाई कोर्ट के सामने स्टेटस रिपोर्ट भी दाखिल की है।
बता दें, सुकेश चंद्रशेखर ने इस मामले में दिल्ली के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन पर 10 करोड़ की वसूली का आरोप लगाया था। इसी साल मार्च में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीबीआई को इस मामले की जांच करने की अनुमति दी थी। फरवरी में ही दिल्ली के उपराज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इसके अलावा एलजी ने पूर्व डीजी संदीप गोयल, तिहा़ड़ जेल के तत्काली अधीक्षक राज कुमार के खिलाफ भी सीबीआई जांच को इजाजत दी थी।
क्या था आरोप?
आरोप लगाया गया था कि राजकुमार तिहाड़ जेल से सत्येंद्र जैन और संदीप गोयल के वसूली रैकेट का हिस्सा थे। ऐसे में एलजी वीके सक्सेना ने राजकुमार के खिलाफ सीबीआई जांच की अनुमति दी थी। इस मामले के अलावा सत्येंद्र जैन दिल्ली में में सीसीटीवी लगाने में कथित भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में भी जांच का सामना कर रहे हैं। उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत जांच की सिफारिश को मंजूरी दी थी।
उधर आप ने दावा किया कि ‘‘पिछले 10 साल में आप के मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ 200 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और दिल्ली के मुख्यमंत्री (अरविंद) केजरीवाल सहित हमारे शीर्ष नेतृत्व को जेल भेज दिया गया है। यह मामला ‘आप’ को दबाने की दिशा में एक और कदम है" हालांकि, भाजपा ने जैन को ‘‘दिल्ली कैबिनेट में भ्रष्टाचार का मास्टर’’ बताया जैन को मई 2022 में धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में हैं। राज निवास के अधिकारियों के अनुसार, सीसीटीवी मामले में आरोप लगाया गया है कि सत्येंद्र जैन ने दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में सीसीटीवी लगाने में देरी के लिए एक कंपनी पर लगाए गए 16 करोड़ रुपये के जुर्माने को माफ करने के लिए सात करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी।
भाषा से इनपुट