नूपुर शर्मा खुद बनेंगी अपनी रक्षक! साथ रखेंगी बंदूक; पैगंबर विवाद से जान पर खतरा
भाजपा से सस्पेंड हो चुकीं पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को बंदूक का लाइसेंस मिल गया है। पैगंबर मोहम्मद साहब पर टिप्पणी के बाद से जान से मारने की धमकियों का सामना कर रहीं नूपुर को लाइसेंस मिला।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से सस्पेंड हो चुकीं पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को बंदूक का लाइसेंस मिल गया है। पैगंबर मोहम्मद साहब पर टिप्पणी के बाद से जान से मारने की धमकियों का सामना कर रहीं नूपुर शर्मा को पर्सनल गन रखने की इजाजत मिल गई है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। विवाद के बाद से ही नूपुर शर्मा अंडरग्राउंड हैं।
2022 के मध्य में नूपुर शर्मा ने एक टीवी शो के दौरान पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर विवादित टिप्पणी की जिसके बाद हंगामा खड़ा हो गया। देशभर में मुसलमानों ने इसका विरोध किया तो दुनिया के कई इस्लामिक देशों ने भी निंदा करते हुए बयान जारी किए। देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए तो नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकियां दी जाने लगीं।
नूपुर शर्मा ने अपने बयान वापस लिए और कहा कि उनका मकसद किसी की धार्मिक भावना को आहत नहीं करना था, बल्कि शिवलिंग का मजाक उड़ाए जाने पर वह जवाब दे रहीं थीं। देशभर में प्रदर्शनों के बीच सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई 2022 में नूपुर शर्मा को फटकार लगाई और कहा कि उन्होंने देश को आग में झोंक दिया है। अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने माना कि नूपुर शर्मा की जान को खतरा है और इसलिए देश के अलग-अलग हिस्सों में उनके खिलाफ केसों को क्लब कर दिया ताकि उन्हें जांच प्रक्रिया में शामिल होने के लिए सभी राज्यों में जाने की जरूरत ना हो।
नूपुर पर मंडरा रहे खतरे का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उनके समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से दो लोगों की निर्मम हत्या की जा चुकी है। महाराष्ट्र के अमरावती में 54 साल के एक केमिस्ट उमेश कोल्हे की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई तो राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल नाम के टेलर की गर्दन काटकर कट्टरपंथियों ने मौत के घाट उतार दिया।