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खोपड़ी-हड्डी के साथ प्रदर्शन के बाद अब पेड़ और टावर पर चढ़े किसान, जंतर-मंतर पर खूब ड्रामा

खोपड़ी और हड्डी के साथ प्रदर्शन के बाद अब प्रदर्शनकारी किसान जंतर-मंतर के पास ऊंचे पेड़ों पर चढ़ गए। इसके अलावा एक किसान ऊंचे मोबाइल टावर पर भी चढ़ गया। पुलिस के पसीने छूट गए उसे नीचे लाने में 

Nishant Nandan लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 24 April 2024 01:02 PM
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तमिलनाडु से आए किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर अड़े हुए हैं। यह किसान फसलों की कीमत और नदियों को जोड़ने की मांग को लेकर दिल्ली आए हैं और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। मंगलवार को इन किसानों के पास खोपड़ी और हड्डी नजर आई थी। यह किसान हाथ में खोपड़ी और हड्डी लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि यह खोपड़ी और हड्डी उन किसानों के थे जिन्होंने आत्महत्या कर ली है। बुधवार को भी किसानों का प्रदर्शन जारी है। खोपड़ी और हड्डी के साथ प्रदर्शन के बाद अब प्रदर्शनकारी किसान जंतर-मंतर के पास ऊंचे पेड़ों पर चढ़ गए। इसके अलावा एक किसान ऊंचे मोबाइल टावर पर भी चढ़ गया।  

तमिलनाडु से करीब 100 से ज्यादा किसान दिल्ली पहुंचे हैं और जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। न्यूज एजेंसी ANI ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें नजर आ रहा है कि एक प्रदर्शनकारी महिला पेड़ पर चढ़ी हुई हैं। वीडियो में नजर आ रहा है कि कुछ सुरक्षाकर्मी किसी तरह महिला को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। एक अन्य वीडियो में नजर आ रहा है कि कुछ प्रदर्शनकारी एक ऊंचे मोबाइल टावर पर चढ़ गए हैं। किसान इस मोबाइल टावर पर चढ़कर वहीं बैठ गए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने एक किसान को वहां से हटाने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया।

क्या है किसानों की मांग

न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में प्रदर्शनकारी किसान ने कहा, 'हम फसलों के दोगुना लाभकारी दाम की मांग कर रहे हैं, किसानों को 5000 रुपया पेंशन दिया जाए, किसानों का इंश्योरेंस हो और देश में नदियों को इंटरलिंक किया जाएए।' 

किसानों ने धमकी दी है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गई तब वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वारणसी में उनके खिालफ लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इन किसानों का कहना है कि वो पीएम का विरोध नहीं कर रहे हैं और ना हीं वो किसी भी राजनीतिक पार्टी के साथ हैं वो सिर्फ अपनी मांगों को लेकर यहां आए हैं। 

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