एनडीएमसी रैकिंग में सुधार, इन दो स्टेप्स से मिली कामयाबी; स्वच्छता सर्वे में मिला कौन सा स्थान
नई दिल्ली नगर पालिका परिषद की स्वच्छता रैंकिंग में दो अंकों का सुधार आया है। दो लक्ष्यों के सहारे नगर पालिका को सफलता मिली है। पिछले साल स्वच्छता रैंकिंग में नौंवा स्थान मिला था।
नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) ने दो लक्ष्यों के सहारे सफलता पर निशाना साधा है। काफी हद तक वह उसमें कामयाब भी हुई और रैंकिंग में दो अंकों का सुधार हो गया। कचरा प्रबंधन और जी-20 के आयोजन को अच्छी रैंकिंग की धुरी माना जा रहा है। एनडीएमसी को स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 की अखिल भारतीय रैंकिंग में सातवें स्थान पर रखा गया है। पिछले साल यह नौंवे स्थान पर थी।
कचरा हटाने को कागजों पर ठोस नीति बनी
एनडीएमसी ओर से अपने क्षेत्र में कचरे से संपदा निर्माण के लिए आरआरआर शिविरों का आयोजन किया गया। इनके जरिए रिड्यूस, रीयूज और रिसाइकिल को बढ़ावा दिया जाता है। एनडीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि शिविरों के जरिए लोगों के घरों से ऐसे सामान को बाहर निकलवाने का प्रयास किया जाता है जो उनके यहां पर बिना इस्तेमाल के पड़ा है, लेकिन जिनका दूसरी जगह इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं, एकल उपयोग प्लास्टिक और कम मोटाई वाली पॉलीथीन के उपयोग को कम करने के लिए भी अभियान चलाए गए।
फूलों और फव्वारों से सुंदरता में निखार आया
जी-20 के आयोजन के लिए पूरे क्षेत्र के सौंदर्यीकरण के लिए एनडीएमसी ने कई योजनाएं शुरू की। दर्जनों जगह फव्वारे लगाए गए, जिनसे क्षेत्र की सुंदरता में तो इजाफा हुआ और साथ ही प्रदूषण को कम रखने में भी मदद मिली। आयोजन के दौरान कई बड़े इलाकों को फूलों से भी सजाया गया। इन्हीं सब कारणों से एनडीएमसी को अच्छी रैंक मिली है।
कचरा प्रबंधन: पिछले साल ये काम कराने पर जोर रहा
● 200 आरआरआर शिविर एक साल में लगवाए गए, लोगों को जागरूक करने के लिए 12 अभियान चलाए
● जीरो वेस्ट कॉलोनी बनाने पर पिछले साल पूरा जोर दिया गया
● गीले-सूखे कचरे को मौके पर ही अलग-अलग किया गया, ताकि रिसाइकिल के समय परेशानी न हो
जी-20 सम्मेलन के लिए ये बड़े कार्य किए
● एक लाख से अधिक गमले लगाए
● सड़कों और फुटपाथों का नवीनीकरण और कई जगह नए बनाए
● कई सड़कों के किनारे सजावटी घास लगाए
● कई चौराहों की सुंदरता के लिए काम कराए
इस साल पांच स्थान ऊपर आए
निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, निगम ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 रैंकिंग में तीन उपलब्धि प्राप्त की हैं। पिछले वर्ष 2022 में पूर्ववर्ती निगमों की औसत रैंकिंग 33 आई थी। इस वर्ष निगम की पांच रैंक ऊपर आई है। निगम को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) प्रबंधन के तहत ओडीएफ प्लस-प्लस दर्जा प्राप्त हुआ। इससे पहले पूर्ववर्ती उत्तरी नगर निगम को ओडीएफ प्लस का दर्जा ही प्राप्त हुआ थी।
पूर्ववर्ती नगर निगमों का परिणाम
● पूर्ववर्ती उत्तरी निगम की स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में 37वीं रैंक आई थी। इससे पहले स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में 45 रैंक आई थी। वर्ष 2020 के स्वच्छ सर्वेक्षण में उत्तरी दिल्ली नगर निगम को 43वीं रैंक प्राप्त हुई थी।
● पूर्ववर्ती पूर्वी निगम की स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में 34वीं रैंक आई थी। इससे पहले स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में 40वीं रैंक आई थी। वर्ष 2020 के स्वच्छ सर्वेक्षण में पूर्वी दिल्ली नगर निगम को 46वीं रैंक प्राप्त हुई थी।
● पूर्ववर्ती दक्षिणी निगम की स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में 28वीं रैंक आई थी। इससे पहले स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में 31वीं रैंक आई थी। वर्ष 2020 के स्वच्छ सर्वेक्षण में दक्षिण दिल्ली नगर निगम को 31वीं रैंक प्राप्त हुई थी।
एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा, 'कर्मचारियों की मेहनत के कारण हम विश्वस्तरीय कार्यक्रम करने और मेहमानों की सुविधा सुनिश्चित कायम रखने में सक्षम हैं।'
एनडीएमसी अध्यक्ष अमित यादव ने कहा, 'अगले साल हमें शीर्ष तीन शहरों में रहने का प्रयास करना चाहिए। मेरी ओर से एनडीएमसी क्षेत्र के निवासियों, सेवा प्रयोगकर्ताओं और आगंतुकों का आभार।'