बाढ़ के बाद दिल्ली में निकल रहे सांप, ऐक्शन में दिल्ली सरकार, रेस्क्यू के लिए इस नंबर पर करें फोन
Delhi Flood Crisis: दिल्ली में जैसे जैसे बाढ़ का पानी उतर रहा है, वैसे वैसे लोग अपने घरों की ओर लौट रहे हैं लेकिन उन्हें एक नई मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। पढ़ें यह रिपोर्ट...
बाढ़ का पानी उतरने के साथ ही सांपों के निकलने का खतरा बढ़ गया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सांप के खतरे से निपटने के लिए वन विभाग को रैपिड रिस्पांस टीम बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सांपों की समस्या से निजात पाने के लिए वन विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि बाढ़ के चलते सांप भी अपने लिए सुरक्षित जगह तलाश रहे हैं। ऐसे में वे घरों में प्रवेश कर रहे हैं। जबकि, यमुना किनारे बनाए गए राहत शिविरों के आसपास भी सांप मिलने की शिकायतें आ रही हैं।
इसे देखते हुए विन विभाग को रैपिड रिस्पांस टीम बनाने का निर्देश दिया गया है। यह टीम दिल्लीा के सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में काम करेगी। वन विभाग को सभी राहत शिविरों के आसपास विशेष निगरानी करने का भी निर्देश दिया गया है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि वन विभाग ने आबादी क्षेत्र में घुसे सांपों को पकड़ने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800118600 जारी किया है। सांप देखे जाने या घर में घुसने की सूचना इस नंबर पर दी जा सकेगी। पर्यावरण मंत्री ने सांप दिखने पर लोगों से नहीं घबराने की अपील की है।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि खुद सांप को पकड़ने या उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने की बजाय हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया जाना चाहिए। ताकि, विशेषज्ञ लोगों की टीम मौके पर पहुंचकर सांप को रेस्क्यू कर सके।
इस बीच समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि दिल्ली सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया टीम बनाने का फैसला लिया है। राष्ट्रीय राजधानी में पहली बार इस तरह की टीम गठित करने का फैसला लिया गया है। जानकारों की मानें तो दिल्ली सरकार का यह कदम हाल में आई बाढ़ की गंभीरता को दिखाता है। त्वरित प्रतिक्रिया टीम दिल्ली के बाढ़ प्रभावित इलाकों में काम करेंगी और सांपों से संबंधित चिंताओं को दूर करेंगी। एक अधिकारी के मुताबिक, पुराने रेलवे ब्रिज के आसपास के इलाकों से 25 से अधिक सांप पकड़े गए हैं।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में यमुना के जलस्तर में गिरावट देखी जा रही है। हालांकि यह अब भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर बह रही है। राहत की बात यह है कि वजीराबाद जल शोधन संयंत्र ने पूरी क्षमता से संचालन शुरू कर दिया है। बताया जाता है कि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से दो दिन से पानी कम छोड़ा जा रहा है जिससे दिल्ली वालों को राहत मिली है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा समेत ऊपरी इलाकों में भारी बारिश की वजह से यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ गया था।