दिल्ली वालों की यात्रा आसान करेंगे छह परिवहन केंद्र, पांच पर काम शुरू
दिल्ली में परिवहन व्यवस्था को सुचारु और सरल बनाने के लिए आने वाले कुछ वर्षों में छह अलग-अलग परिवहन केंद्र (परिवहन केंद्र) बनने जा रहे हैं। इनमें से कश्मीरी गेट, आनंद विहार और सराय काले खां पर कई...
दिल्ली में परिवहन व्यवस्था को सुचारु और सरल बनाने के लिए आने वाले कुछ वर्षों में छह अलग-अलग परिवहन केंद्र (परिवहन केंद्र) बनने जा रहे हैं। इनमें से कश्मीरी गेट, आनंद विहार और सराय काले खां पर कई परिवहन सुविधाएं मिल रही हैं, वहीं अन्य को उपलब्ध कराने की दिशा में काम चालू है। वहीं, द्वारका, नरेला और नजफगढ़ में भी इस दिशा में काम किया जा रहा है।
दिल्ली विकास प्राधिकरण, दिल्ली परिवहन विभाग समेत अन्य एजेंसियां इसके लिए मिलकर कार्य कर रही हैं। इन परिवहन केंद्र को बनाने का प्रमुख उद्देश्य दिल्ली की जनता को दिल्ली और अन्य राज्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले सार्वजनिक यातायात को एक ही स्थान पर मुहैया कराना है। इन छह में से पांच स्थान पर काम शुरू हो चुका है। नजफगढ़-बिजवासन वाले हब को आगे बढ़ाने की दिशा में अभी काम शुरू होना बाकी है।
वन स्टॉप शॉप की तर्ज पर करेंगे काम
दिल्ली में बन रहे ये परिवहन केंद्र लोगों के लिए वन स्टॉप शॉप के रूप में काम करेंगे। जहां एक ही स्थान पर बस, मेट्रो, ट्रेन, रैपिड रेल, ऑटे-टैक्सी जैसे तमाम यातायात के साधन उपलब्ध होंगे। लोगों को एक ही स्थान से टिकट लेकर अपने गंतव्य तक जाने की सुविधा मिलेगी, बार-बार टिकट नहीं लेना पड़ेगा। मसलन, कश्मीरी गेट से एयरपोर्ट जाने के लिए किसी व्यक्ति को स्टेशन से बाहर नहीं निकलना पड़ेगा। साथ ही कश्मीरी गेट बस अड्डे और मेट्रो स्टेशन पर ही ऑटो-टैक्सी स्टैंड बनकर तैयार हो चुका है, जहां से व्यक्ति मेट्रो से उतरने के बाद बस या ऑटो-टैक्सी की सहायता ले सकता है।
कहां क्या है और क्या होगा
1. आनंद विहार
आनंद विहार जल्द ही एक बड़ा ट्रांसपॉर्ट हब बनने को तैयार है। आनंद विहार रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम, दिल्ली मेट्रो नेटवर्क, भारतीय रेलवे व अंतरराज्यीय बसों का सबसे बड़ा इंटरचेंज होगा। परिवहन के सभी माध्यम भूमिगत व हवाई रास्ते से आपस में जुड़े होंगे। रैपिड रेल के राजधानी तक पहुंचते ही आनंद विहार पर यात्रियों की संख्या में तेजी से इजाफा होगा। परिवहन के चारों माध्यम आपस में जुड़े होने से लोगों को सड़क पर नहीं निकलना होगा। राहगीरों की सहूलियत के लिए एस्कलेटर व ट्रेवलेटर का पूरे परिसर में जाल बिछेगा। इससे यात्रियों को कम से कम चलना होगा। मेट्रो, ट्रेन, रैपिड रेल व बस से निकलकर यात्री अपनी मंजिल की तरफ जा सकेंगे। आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर दिल्ली मेट्रो की दो लाइनें भी एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं। एकीकृत प्लेटफार्म पर चार लाइनें हैं। इसमें दो ब्लू लाइन के लिए जो वैशाली और यमुना बैंक की ओर जाती हैं और पिंक लाइन, जो मजलिस पार्क और त्रिलोकपुरी की ओर जाती है।
अभी ये है
बस : 1200 बसें, प्रतिदिन डेढ़ से दो लाख यात्री
मेट्रो : पिंक और ब्लू लाइन, रोजाना दो लाख से अधिक यात्री
रेलवे : रैपिड रेल के साथ और बढ़ेगे यात्री
2. कश्मीरी गेट
कश्मीरी गेट बस अड्डे को दिल्ली सरकार परिवहन केंद्र के रूप में विकसित कर चुकी है। कश्मीरी गेट बस अड्डे और मेट्रो स्टेशन को आपस में जोड़ने का काम चल रहा है। जल्द ही यहां एक ही कॉनकोर्स बनाकर मेट्रो, बस और ऑटो-टैक्सी की सेवाएं देने की तैयारी की जा रही है। इन सभी को आपस में जोड़ने के लिए एस्कलेटर व ट्रेवलेटर का पूरे परिसर में नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। इससे यात्रियों को कम से कम चलना होगा। मेट्रो, ट्रेन व बस से निकलकर यात्री अपनी मंजिल की तरफ जा सकेंगे। साथ ही कश्मीरी गेट पर ऑटो-टैक्सी की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए एक बड़ा ऑटो-टैक्सी स्टैंड भी बनाया जा रहा है।
अभी ये है
बस : 2000 बसें, प्रतिदिन 3.25 लाख यात्री
मेट्रा : येलो, रेड और वॉयलेट लाइन, करीब 4 लाख यात्री रोजाना
3. सराय काले खां
सराय काले खां वर्ष 2025 तक दिल्ली में प्रमुख परिवहन केंद्र के रूप में बनकर तैयार होने की उम्मीद है। मौजूदा समय में यहां बस अड्डा, मेट्रो स्टेशन, रेलवे स्टेशन और अस्थायी तौर पर ऑटो-टैक्सी स्टैंड काम कर रहे हैं। 2025 तक यहां रैपिड रेल का स्टेशन बनकर तैयार हो जाएगा, जिसके बाद यहां से राजस्थान के लिए बसें, देशभर के लिए ट्रेन और दिल्ली में आने-जाने के लिए मेट्रो व डीटीसी बसों की सुविधा उपलब्ध होगी। सराय काले खां को दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल का शुरुआती स्टेशन बनाया गया है। ऐसे में आने वाले दिनों में यहां तेजी से ऐसे यात्रियों के बढ़ने की उम्मीद है जो एनसीआर से दिल्ली की ओर अपना रुख करेंगे।
अभी ये है
बस : 500 बसें, करीब 1 लाख यात्री प्रतिदिन
मेट्रो : पिंक लाइन, लगभग 25 हजार यात्री
रेलवे : 2025 तक तैयार होगा आरआरटीएस स्टेशन
4. द्वारका सेक्टर 22
दिल्ली सरकार की ओर से द्वारका सेक्टर 22 में बस डिपो बना कर तैयार कर दिया गया है। इसे जल्द ही दिल्ली मेट्रो के साथ जोड़ने की तैयारी की जा रही है। अभी इस डिपो से कम संख्या में बसों का संचालन किया जा रहा है। जल्द ही यहां बसों की संख्या बढ़ाकर इसे दिल्ली के प्रमुख डिपो के रूप में चलाया जाएगा। द्वारका में सेक्टर 21 प्रमुख इंटरचेंज स्टेशन है। जहां से लोगों को मेट्रो की दो लाइन बदलने की सुविधा मिलती है। बस डिपो को मेट्रो से कनेक्ट करने के लिए फीडर बसों की सेवा ली जाएंगी।
5. नरेला
दिल्ली में द्वारका की तर्ज पर दूसरा उपनगर (सब-सिटी) बसाने की तैयारी दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने कर ली है। डीडीए की ओर से नरेला उपनगर के विकास के लिए 2326 करोड़ रुपये का प्रावधान तय किया गया है। उपनगर के लिए नरेला में सबसे पहले परिवहन केंद्र को विकसित किया जाएगा। नरेला बस डिपो के नजदीक ही मेट्रो फेज-4 के तहत मेट्रो स्टेशन विकसित किए जाएंगे। नरेला में भारतीय रेल का स्टेशन भी है। जहां हरियाणा से आने वाले यात्री बड़ी संख्या में आते हैं। आने वाले दिनों में नरेला में मेट्रो, बस और भारतीय रेल के रिंग रेल नेटवर्क को विकसित किया जाएगा। इसके तहत कई रेलगाड़ियों का ठहराव नरेला में दिया जाएगा।
6. नजफगढ़-बिजवासन
बिजवसन-नजफगढ़ को दिल्ली में परिवहन केंद्र बनाने की योजना है। यहां मौजूदा समय में रेलवे स्टेशन और मेट्रो स्टेशन बनाए जा चुके हैं। इनके बीच फीडर सेवा समेत बड़ा बस डिपा विकसित करने की योजना है।