श्रद्धा हत्याकांड: श्रद्धा के पिता का अदालत में बयान, कहा- आफताब ने मेरे सामने कबूली हत्या की बात
Shraddha Walker Murder Case: श्रद्धा वाकर के पिता ने अदालत में अपना बयान दिया है कि आफताब अमीन पूनावाला ने खुद उनके सामने कबूल किया था कि उसने अपने हाथों से श्रद्धा का गला घोंटकर मार दिया था।
श्रद्धा वाकर हत्याकांड में सोमवार को महत्वपूर्ण गवाह के बयान अदालत में दर्ज हुए। श्रद्धा के पिता विकास वाकर ने अदालत में बताया कि आरोपी आफताब पूनावाला ने महरौली पुलिस स्टेशन में उनके सामने कबूला था कि उसने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या की थी। फिर उसके टुकड़े करके सुनसान जगहों पर फेंक दिया। साकेत स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश मनीषा खुराना कक्कड़ की अदालत के सामने अभियोजन पक्ष के गवाह के तौर पर पेश हुए विकास मदन वाकर ने कहा कि आफताब ने पुलिस की उपस्थिति में खुलासा करते हुए कहा था कि उसने श्रद्धा का गला घोटकर हत्या की थी।
महरौली के जंगल में फेंके लाश के टुकड़े
विकास मदन वाकर ने कहा कि आफताब ने पुलिस की उपस्थिति में यह भी खुलासा किया था कि वह आरी खरीदकर लाया और श्रद्धा की कलाई काटकर काली थैली में डालकर महरौली के जंगल में फेंक आया। विकास 11 नवंबर 2020 को महरौली थाने गए थे, वहां पुलिस अधिकारियों ने उनसे पूछा था कि क्या वह आफताब को पहचानते हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने पुलिस को हां में जवाब दिया।
श्रद्धा से झगड़ता था आफताब
उन्होंने पुलिस बताया कि उनकी बेटी पिछले तीन साल से आफताब के साथ ही रह रही थी। वह श्रद्धा से झगड़ा और मारपीट करता था। उन्होंने पुलिस को आफताब से 20 मई (हत्या के दो दिन बाद) को श्रद्धा के खाते से नकदी हस्तांतरित करने को लेकर पूछताछ करते देखा था।
पुलिस के सामने कबूला गुनाह
विकास ने अदालत में बताया कि उन्होंने आफताब से पूछा कि मेरी बेटी कहां है तो उसने कहा कि अब वह जिंदा नहीं है। यह सुनकर वह सदमे में आ गए और बेहोश हो गए। थोड़ी देर में होश आने पर उन्होंने आफताब को पुलिस के सामने बेटी की हत्या और उसके टुकड़े करने का खुलासा करते देखा। आफताब कह रहा था कि 18 मई 2022 को छतरपुर स्थित किराये के फ्लैट में श्रद्धा और उसका झगड़ा हुआ। इसके बाद उसने श्रद्धा का गला घोट दिया।
पांच को भी दर्ज होंगे बयान
विकास ने जनवरी 2020 में पत्नी की मौत के बाद पहली बार आफताब से मिलने के बारे में भी बताया, जब श्रद्धा उसे मुंबई में पिता के घर लाई थी। तब परिवार ने वर्ष 2019 में आफताब के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के श्रद्धा के फैसले का विरोध किया, तो श्रद्धा ने कहा था कि 25 वर्षीय महिला होने के नाते, वह अपने फैसले खुद लेने में सक्षम है। वह मान सकते हैं कि अब वह उनकी बेटी नहीं रही। विकास के बयान दर्ज होने की प्रक्रिया पांच अगस्त को भी जारी रहेगी।