दोबारा MCD मेयर बन गईं शैली ओबरॉय, कितना होगा कार्यकाल; क्या कहते हैं नियम
शैली ओबरॉय और आले मोहम्मद इकबाल दोनों नेताओं का निर्वाचन मेयर और डिप्टी मेयर पद पर हुआ है। चूंकि दिल्ली के मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए हर वित्तीय वर्ष पूरा होने पर चुनाव कराया जाता है।
MCD Mayor Election: आज दिल्ली में एमसीडी के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव संपन्न हुआ। इन चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार दोनों ही पदों पर चुने गए हैं। इससे पहले भी ये दोनों पद 'आप' के ही पास थे। मेयर पद पर आम आदमी पार्टी की शैली ओबरॉय ने कब्जा किया, वहीं डिप्टी मेयर के पद पर आले मोहम्मद इकबाल दोबारा निर्वाचित हुए। दरअसल भाजपा के मेयर और डिप्टी मेयर प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस ले लिया था। इस बार हुआ मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव शांतिपूर्ण रहा। पिछली बार हुए चुनावों में काफी बवाल देखने को मिला था। पिछली बार हुए चुनावों में चौथे प्रयास में एमसीडी को मेयर और डिप्टी मेयर मिल पाया था। तब शैली ओबरॉय और आले मोहम्मद इकबाल एक साल के लिए चुने गए थे। दरअसल दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर के पद के लिए हर वित्तीय वर्ष खत्म होने के बाद चुनाव होता है।
कब तक रहेगा कार्यकाल
शैली ओबरॉय और आले मोहम्मद इकबाल दोनों का निर्वाचन क्रमश: मेयर और डिप्टी मेयर पद पर हुआ है। चूंकि दिल्ली के मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए हर वित्तीय वर्ष पूरा होने पर चुनाव कराया जाता है। अब शैली ओबरॉय और आले मोहम्मद इकबाल इस पद पर अगले वित्तीय वर्ष के शुरू होने तक रहेंगे। इसके बाद फिर से चुनाव करवाया जाएगा। यानि कि एमसीडी के मेयर और डिप्टी मेयर के पद के लिए दोनों को एक साल के लिए दोबारा चुना गया है।
क्या हैं नियम
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एमसीडी के मेयर का पद का पांच साल के लिए होता है। एमसीडी मेयर का कार्यकाल एक-एक वर्ष के पांच कार्यकाल का होता है, जिसमें से पहला वर्ष महिलाओं के लिए, दूसरा वर्ष अनारक्षित श्रेणी के लिए, तीसरा वर्ष आरक्षित श्रेणी के लिए और बाकी के दोनों वर्ष अनारक्षित श्रेणी के लिए आरक्षित होते हैं। शहर को हर वित्त वर्ष की समाप्ति के बाद एक नया महापौर मिलता है।
बीजेपी के दोनों प्रत्याशियों ने वापस लिया नाम
एमसीडी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए हुए चुनावों में बीजेपी की तरफ से मैदान में आई दोनों ही प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। नामांकन वापस लेने के बाद आम आदमी पार्टी के दोनों प्रत्याशियों को निर्वाचित घोषित कर दिया गया। बीजेपी की तरफ से मेयर पद के लिए शिखा राय मैदान में थीं, वहीं डिप्टी मेयर पद के लिए सोनी पाल मैदान में थीं। दोनों ने नामांकन वापस लेने पर कहा कि स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव नहीं करवाया गया इसलिए उन्होंने अपना नामंकन वापस ले लिया।
पिछले चुनावों का हाल
ओबेरॉय को इससे पहले 22 फरवरी को चौथी कोशिश में महापौर चुना गया था, क्योंकि मनोनीत सदस्यों को मतदान का अधिकार देने के मुद्दे पर जारी गतिरोध के चलते चुनाव कराने के पिछले तीन प्रयास नाकाम हो गए थे। ओबेरॉय ने भाजपा की रेखा गुप्ता को 34 वोटों के अंतर से हराते हुए महापौर पद हासिल किया था। महापौर चुनाव में पड़े कुल 266 वोटों में से 150 वोट ओबेरॉय के खाते में गए थे, जबकि गुप्ता को 116 मत हासिल हुए थे।