अस्पतालों में हथियारबंद सुरक्षा गार्डों को तैनात करेगी दिल्ली सरकार, मेटल डिटेक्टर भी लगाए जाएंगे
दिल्ली सरकार ने अस्पतालों के इमरजेंसी गेट्स पर बंदूकधारी गार्ड और मेटल डिटेक्टर लगाने का फैसला किया है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को यह घोषणा की। पढ़ें यह रिपोर्ट...
जीटीबी अस्पताल में घुसकर गोलीबार किए जाने की घटना के बाद डॉक्टरों में रोष है। डॉक्टरों का कहना है कि दिल्ली सरकार से बार-बार सुरक्षा को लेकर गुहार लगाई गई लेकिन सरकार ने मांगों पर ध्यान नहीं दिया। अब दिल्ली सरकार ने अस्पतालों के इमरजेंसी गेट्स पर दो बंदूकधारी गार्ड और मेटल डिटेक्टर लगाने का फैसला किया है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद लिया।
सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा कि सरकारी अस्पतालों में हिंसा की हालिया घटनाओं पर चर्चा करने के लिए फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। इसमें राष्ट्रीय महासचिव और मुख्य सलाहकार भी शामिल थे। अस्पतालों में सुरक्षा के मसले पर कई निर्णय लिए गए हैं। इनमें अस्पतालों के इमरजेंसी गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाया जाना और दो सशस्त्र गार्डों की तैनाती शामिल है।
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि वह दिल्ली पुलिस आयुक्त से अपील करेंगे कि अस्पतालों में 24 घंटे एक कांस्टेबल की ड्यूटी लगाई जाए। यही नहीं ऐसी घटनाओं का सामना करने वाले अस्पतालों की एसओपी की समीक्षा की जाएगी। अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और इनका समय समय पर मेंटिनेंस किया जाएगा। जहां तक जीटीबी अस्पताल में गोलीबारी की घटना में कार्रवाई की बात है तो हमलावरों को नहीं बख्शा जाएगा। उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं FAIMA के अध्यक्ष रोहन कृष्णन ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा कि दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज के साथ उनकी बैठक सार्थक रही। हमें उम्मीद है कि देश में सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए दिल्ली सरकार के अस्पतालों की स्थिति में सुधार होगा। हम अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर बहुत गंभीर हैं। अस्पतालों में हिंसा कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। हम इस मामले में सख्त कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।