सत्येंद्र जैन का हेल्थ खराब है, SC के फैसले से सहमत नहीं; जेल गए पूर्व मंत्री तो क्या बोली AAP
अरविंद केजरीवाल सरकार की मंत्री आतिशी मर्लेना ने आगे कहा, 'सत्येंद्र जैन के खिलाफ यह केस कुछ हवाला ऑपरेटरों के बयान के आधार पर है। यह जाने-माने हवाला ऑपरेटर आज भी आजाद घूम रहे हैं।
आम आदमी पार्टी (Aam Adami Party) के नेता और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) करीब 9 महीने तक जेल से बाहर रहने के बाद कोर्ट के आदेश पर फिर से तिहाड़ पहुंच गए हैं। सत्येंद्र जैन के जेल जाने के बाद AAP नेता आतिशी ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है और उनके खिलाफ दर्ज केस को राजनीति से प्रेरित बताया है। केजरीवाल सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा, 'हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं लेकिन हम उस फैसले से सहमत नहीं हैं। सत्येंद्र जैन के खिलाफ यह पूरा केस उस वक्त का है जब उनके पास कंपनियों का मालिकाना हक नहीं था। उनकी पत्नी महज एक छोटी शेयर होल्डर थीं। इसलिए उस वक्त कंपनी ने जो कुछ भी फैसला लिया उसके लिए सत्येंद्र जैन, उनकी पत्नी या उनके परिवार के सदस्य जिम्मेदार नहीं हो सकते हैं।'
आतिशी ने आगे कहा, 'सत्येंद्र जैन के खिलाफ यह केस कुछ हवाला ऑपरेटरों के बयान के आधार पर है। यह जाने-माने हवाला ऑपरेटर आज भी आजाद घूम रहे हैं। यह चीज यह दिखाता है कि यह पूरा केस आप के खिलाफ एक राजनीतिक साजिश है। यह अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा किए गए अच्छे कामों को रोकने की साजिश है। सत्येंद्र जैन का स्वास्थ्य पूरी तरह खराब है, इसके बावजूद भी उन्हें जमानत नहीं मिली। लेकिन हमें विश्वास है कि हमें जल्द ही न्याय मिलेगा।' आतिशी ने कहा कि यह सौ फीसदी फर्जी केस है।
इससे पहले सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने इसी के साथ सत्येंद्र जैन की अंतरिम जमानत याचिका को भी खारिज करते हुए आदेश दिया था कि वो तुरंत सरेंडर करें। सत्येद्र जैन को मेडिकल ग्राउंड के आधार पर अदालत से अंतरिम जमानत मिली थी। जिसके बाद से वो जेल से बाहर थे। पिछले साल उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी थी और समय-समय पर इस जमानत की अवधि को बढ़ाया भी गया था।
सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय ने सत्येंद्र जैन को जमानत दिए जाने का विरोध अदालत में किया था। जिसके बाद अदालत ने सत्येंद्र जैन को तुरंत सरेंडर करने के लिए कहा था। इसके बाद सत्येंद्र जैन अपने आवास से तिहाड़ गए थे। उनके सरेंडर के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सत्येद्र जैन को दिल्ली वालों का हीरो बताया था।