Sakshi Murder Case: चाकू पर लगे फिंगरप्रिंट सबसे अहम सबूत, SC-ST एक्ट की धाराएं भी जुड़ीं
साक्षी मर्डर केस मामले में दिल्ली पुलिस ने चाकू मिलने और उसे अहम सबूत होने बात कही है। पुलिस फिंगरप्रिंट वाले चाकू को सबसे खास सबूत मान रही है। केस में SC ST एक्ट के आधार पर धाराएं जोड़ी जाएंगी।
शाहबाद डेरी इलाके में हुए साक्षी हत्याकांड में पुलिस साहिल के खिलाफ सबूत जुटाने में लगी हुई है। हत्या में इस्तेमाल चाकू पर लगे साहिल के फिंगरप्रिंट उसके खिलाफ अहम सबूत होगा।
वहीं, पुलिस ने मामले में अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण (एससी-एसटी) की धारा भी जोड़ दी है। दिल्ली पुलिस ने एससी-एसटी कमीशन की अनुशंसा पर कानूनी सलाह लेने के बाद यह फैसला किया है। अब मामले की जांच एसीपी रैंक के अधिकारी को सौंप दी गई है।
जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि साहिल कई दिनों से साक्षी को परेशान कर रहा था। इसी क्रम में उसने हत्या कर दी थी। इसी आधार पर एससी एसटी एक्ट की धारा एफआईआर में जोड़ी गई है।
चाकू को डॉक्टर के पास भेजा जाएगा पुलिस अधिकारी ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त चाकू को फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है। चाकू पर लगे खून के धब्बे और अन्य सबूत जमा किए जाएंगे। इसके बाद उसे पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर के पास भेजा जाएगा। डॉक्टर बताएंगे कि इसी चाकू से हमला हुआ है या नहीं।
साहिल के तीन दोस्त शक के घेरे में पुलिस अधिकारी ने बताया कि साहिल के तीन दोस्त अभी भी शक के घेरे में हैं। इसमें आकाश, प्रदीप और किशन शामिल हैं। हालांकि आकाश ही वह शख्स था, जिसने साहिल को हमला करते वक्त पकड़ने की कोशिश की थी। इसके अलावा प्रदीप और किशन भी मौके पर ही थे।
साक्षी का फोन अब तक नहीं मिला
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने साहिल के फोन को अपने कब्जे में ले लिया है, लेकिन अभी तक साक्षी का फोन पुलिस को नहीं मिला है। इसके लिए परिवार से सम्पर्क भी किया गया है, लेकिन फोन नहीं मिल पाया है। तीन दिन पहले किसी ने साक्षी के इंस्टाग्राम वीडियो अपलोड किए थे। इसके बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू की। फिलहाल साक्षी और साहिल दोनों की आईडी निष्क्रिय कर दी हैं। उधर, आरोपी साहिल को शनिवार को अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
बीस लोगों के बयान दर्ज
पुलिस ने अब तक आकाश, नीतू और भावना समेत 20 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। फुटेज में दिखाई दे रहे दो शख्स अभी भी लापता हैं। ये लोग हमला होते देखकर डरकर भाग गए थे। पुलिस इन्हें चश्मदीद गवाह बनाने की कोशिश में है।