Hindi Newsएनसीआर न्यूज़safdarjung hospital announces free kidney transplant without matching blood group

सफदरजंग अस्पताल में अब बिना ब्लडग्रुप मैच होगा फ्री किडनी ट्रांसप्लांट, पहला केस सफल

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ने बिना ब्लड ग्रुप मैच वाला सफल किडनी प्रत्यारोपण किया है। यह पहली बार है जब सफदरजंग अस्पताल में ऐसा किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है। इसे एबीओ ट्रांसप्लांट के नाम से जानते हैं।

Krishna Bihari Singh हेमंत राजौरा, नई दिल्लीTue, 13 Feb 2024 06:36 PM
share Share

किडनी प्रत्यारोपण का इंतजार कर रहे ऐसे मरीजों के लिए अच्छी खबर है जिनका ब्लड ग्रुप किडनी दान करने वाले से अलग होता है। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में बिना ब्लड ग्रुप मैच वाला सफल किडनी प्रत्यारोपण किया है। यह पहली बार है जब सफदरजंग अस्पताल में किडनी दान करने वाले और किडनी प्राप्त करने वाले मरीज का रक्त समूह अलग-अलग था और उनका किडनी प्रत्यारोपण किया गया।

डॉ. पवन वासुदेवा की टीम ने की सर्जरी
बताया जाता है कि यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉक्टर पवन वासुदेवा की टीम ने इस किडनी प्रत्यारोपण की सर्जरी की है। सफदरजंग अस्पताल के किडनी रोग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर हिमांशु वर्मा ने बताया कि इसे एबीओ प्रत्यारोपण कहते हैं जिसमें अंगदान करने वाले और अंग प्राप्त करने वाले का ब्लड ग्रुप एक नहीं होता है।

निजी अस्पतालों में महंगा होता है एबीओ प्रत्यारोपण
सफदरजंग अस्पताल में एबीओ किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा मुफ्त में उपलब्ध होगी जबकि निजी अस्पतालों में इसका लगभग 15 लाख रुपए तक खर्च आता है। डॉक्टर हिमांशु वर्मा ने बताया कि सफदरजंग किडनी प्रत्यारोपण कराने वालों को लंबे समय तक मुफ्त में दवाएं देने वाला एकमात्र अस्पताल है।

28 वर्षीय पत्नी ने 43 वर्षीय पति को को किडनी दी
अस्पताल में किडनी को बीमारी से पीड़ित 43 वर्षीय अपने पति को 28 वर्षीय पत्नी ने किडनी दान की है। महिला का पति काफी लंबे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित था और उसकी डायलिसिस चल रही थी। उसकी जान बचाने के लिए किडनी प्रत्यारोपण की जरूरत थी लेकिन उसका ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव था और पत्नी का ब्लड ग्रुप एबी पॉजिटिव था। ऐसे में डॉक्टरों ने एबीओ तकनीक के जरिए सफल प्रत्यारोपण किया। इसपर अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक वंदना तलवार ने खुशी जताई है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें