अमित शाह और दिल्ली पुलिस कमिश्नर के नाम पर ₹ 1 करोड़ ठगे, पूर्व कमांडेंट को अश्लील वीडियो देखना पड़ा महंगा
इतना ही नहीं, ठगी का शिकार हुए 75 वर्षीय बुजुर्ग से जयपुर पुलिस कमिश्नर के लिए 15 लाख रुपये, राजस्थान मुख्यमंत्री के लिए 30 लाख रुपये और राजस्थान के जज के लिए भी 10 लाख रुपये मांगे गए।
मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो देखना सेना के एक रिटायर्ड कमांडेंट को महंगा पड़ गया। जालसाजों ने उनका वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर एक करोड़ रुपये ठग लिए। ठगी के लिए आरोपियों ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर बनकर बुजुर्ग से बातचीत की थी। गृह मंत्री और राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम पर भी रुपये मांगे गए। पुलिस ने इस बाबत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
75 वर्षीय पीड़ित फोर्स से कमांडेंट के पद से रिटायर हैं। सितंबर में उनके मोबाइल पर एक लड़की का मैसेज आया जो अश्लील बातें कर रही थीं। अगले दिन फिर उसी नंबर से उनके मोबाइल पर एक वीडियो कॉल आया, जिसमें लड़की कपड़े उतारने लगी। वीडियो को देखते समय उसने बुजुर्ग की रिकॉर्डिंग कर ली। इस घटना के दो दिन बाद 1 अक्टूबर को राम मल्होत्रा नाम के एक व्यक्ति ने उनके मोबाइल पर क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर बनकर कॉल किया। उसने बताया कि युवती ने बुजुर्ग के वीडियो को सोशल मीडिया पर डालने की अनुमति मांगी है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर बनकर किया कॉल
उसने बुजुर्ग को बताया कि 2,04,150 रुपये की फीस जमा करवाकर वह इस वीडियो को सोशल मीडिया पर डालने से रोक सकते हैं। बदनामी के डर से बुजुर्ग ने यह राशि जमा करवा दी। इसके बाद उन्हें दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा के नाम से कॉल किया गया। उसने बताया कि राजस्थान में इस लड़की ने आत्महत्या कर ली है और उसके मोबाइल में बुजुर्ग का नंबर मिला है। उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हो गया है। दफ्तर में लड़की के भाई और पिता को समझौते के लिए बुलाया गया है। उन्हें मामला वापस लेने के लिए 9.50 लाख रुपये देने होंगे, यह रकम उन्होंने बताए गए बैंक खाते में भेज दी। संजय अरोड़ा बनकर बात कर रहे शख्स ने बताया कि गृहमंत्री 15 मिनट बाद उससे बात करेंगे। इस मामले को खत्म करने के लिए गृहमंत्री को 30 लाख रुपये देने होंगे और कुल 50 लाख में मामला रफा-दफा हो जाएगा। इसके बाद बुजुर्ग ने 45 लाख रुपये बताए गए बैंक खाते में भेज दिए।
मुख्यमंत्री के नाम पर मांगे 30 लाख रुपये
इतना ही नहीं, बुजुर्ग से जयपुर पुलिस कमिश्नर के लिए 15 लाख रुपये, राजस्थान मुख्यमंत्री के लिए 30 लाख रुपये और राजस्थान के जज के लिए भी 10 लाख रुपये मांगे गए। इसके बाद उन्हें बताया गया कि राम मल्होत्रा की मौत हो गई है। शक होने पर उन्होंने इसे लेकर ई-एफआईआर दर्ज करवाई, जिसके बाद मामले की जांच दक्षिण-पश्चिम जिला साइबर सेल द्वारा की जा रही है।