रोहिणी कोर्ट शूटआउटः चार नंबर गेट से अंदर आए हमलावर, लिफ्ट की जगह सीढ़ियों से पहुंचे कोर्ट रूम
रोहिणी कोर्ट में शूटआउट ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किये हैं। प्रारंभिक जांच में जो बातें सामने आ रही हैं, उन्हें देखकर ऐसा लगता है कि फिर से सुरक्षा व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने की जरूरत है।...
रोहिणी कोर्ट में शूटआउट ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किये हैं। प्रारंभिक जांच में जो बातें सामने आ रही हैं, उन्हें देखकर ऐसा लगता है कि फिर से सुरक्षा व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने की जरूरत है। मामले की जांच का जिम्मा ज्वाइंट सीपी नॉर्दन रेंज एसएस यादव को मिला है। वह जल्द ही तफ्तीश करकर अपनी रिपोर्ट सौपेंगे। एसएस यादव के साथ स्पेशल सेल की टीम भी जांच में लगी है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोपह करीब 12 बजे दोनों शूटर टिल्लू गैंग के राहुल और मोरिष वकील के वेश में चार नंबर गेट से कोर्ट परिसर में दाखिल हुए। गेट नम्बर 4 पर वकील की ड्रेस में होने के चलते चेकिंग नहीं होती। इसी का फायदा दोनों ने उठाया और कोर्ट परिसर में पहुंच गए। यह भी माना जा रहा है कि दोनों पहले भी इस गेट से आए होंगे। पूरी संभावना है कि दोनों ने रेकी के बाद इस वारदात को अंजाम दिया है।
लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल
दोनों शूटर्स ने लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल किया और कोर्ट में पहुंचे। माना जा रहा है कि गेट से कोर्ट रूम तक भागने का रास्ता बनाने और सुरक्षा व्यवस्था देखने के लिए ही दोनों ने सीढ़ियों का इस्तेमाल किया। दोनों हमलावरों को पता था कि थर्ड बटेलियन कि टीम कैदी को लेकर कोर्ट आती है। उनके साथ स्पेशल सेल भी होगी। सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति देखने के लिए ही दोनों ने सीढ़ियों का इस्तेमाल किया होगा।
थर्ड बटालियन के जवान की गोलियों से मारे गए हमलावर
कोर्ट रूम में गोली चलते ही स्पेशल सेल और थर्ड बटेलियन की टीम ने दोनों हमलावरों पर फायर किया। थर्ड बटालियन के कांस्टेबल ने बड़ी राइफल से सटीक फायर करते हुए दोनों को ढेर कर दिया। सेल को हमले की आशंका पहले से थी। नॉर्दन रेंज सेल की टीम के अलावा दूसरी रेंज की स्पेशल सेल की टीम भी कोर्ट में थी। वकील की ड्रेस पहनकर अंदर आ जाएंगे।
एक बदमाश 50 हजार का इनामी
दिल्ली पुलिस कमिश्रर राकेश अस्थाना ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि दो बदमाशों ने उस वक्त गोगी पर फायरिंग कर दी, जब उसे रोहिणी कोर्ट में सुनवाई के लिए ले जाया गया था। इसके जवाब में पुलिस ने दोनों बदमाशों पर फायरिंग की और वे मारे गए। इन दो बदमाशों में से एक पर 50,000 रुपये का इनाम था।