Hindi Newsएनसीआर न्यूज़Republic Day 2022 : Delhi Police on high alert more than 20 thousand policemen and 65 companies of CAPF will be deployed says Rakesh Asthana

दो महीने से अलर्ट पर राजधानी, 27 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी कर रहे निगरानी, गणतंत्र दिवस की तैयारियों पर बोले दिल्ली पुलिस कमिश्नर

दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने रविवार को गणतंत्र दिवस की तैयारियों के बारे मीडिया को जानकारी दी। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि गणतंत्र दिवस को लेकर दिल्ली में पिछले 2 महीने से आतंकवाद विरोधी...

Praveen Sharma नई दिल्ली। लाइव हिन्दुस्तान टीम, Sun, 23 Jan 2022 03:13 PM
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दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने रविवार को गणतंत्र दिवस की तैयारियों के बारे मीडिया को जानकारी दी। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि गणतंत्र दिवस को लेकर दिल्ली में पिछले 2 महीने से आतंकवाद विरोधी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली हमेशा ही आतंकियों के टारगेट पर रहती है। इसे लेकर हम इस बार भी अलर्ट हैं। शहर में नाकाबंदी, वाहनों की जांच, होटलों और गेस्ट हाउसों की जांच और वैरिफिकेशन की जा रही है। राकेश अस्थाना ने कहा कि हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए काउंटर ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।

कमिश्नर ने बताया कि इस बार 27,000 से ज्यादा फोर्स लगाई जाएगी, जिनमें दिल्ली पुलिस के कमांडो से लेकर डीसीपी, एसीपी स्तर तक के अधिकारी शामिल हैं। साथ ही केंद्रीय सुरक्षा बलों की 65 कंपनियां भी तैनात रहेंगी। शहर से बाहर जाने वाले रास्ते पर कड़ी निगरानी की जा रही है। दूसरी एजेंसियों की भी मदद ली गई है। इसके साथ ही सोशल मीडिया मॉनिटरिंग से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।  

दिल्ली में हॉट एयर बैलून, मानवरहित विमानों की उड़ान पर पाबंदी

दिल्ली पुलिस द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर 20 जनवरी से ही राजधानी दिल्ली में यूएवी, पैरा-ग्लाइडर और गर्म हवा के गुब्बारों सहित अन्य उप पारंपरिक हवाई संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह आदेश 20 जनवरी से लागू होगा और 15 फरवरी तक प्रभावी रहेगा। कुछ आपराधिक या असामाजिक तत्वों, आतंकवादियों द्वारा आम जनता, गणमान्य व्यक्तियों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने संबंधी खबरों के बीच यह आदेश जारी किया गया है।

दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना द्वारा बीते मंगलवार को जारी आदेश के अनुसार, पैरा-ग्लाइडर, पैरा-मोटर्स, हैंग ग्लाइडर, मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी), मानव रहित हवाई सिस्टम (यूएएस), माइक्रोलाइट विमान, रिमोट संचालित विमान, गर्म हवा के गुब्बारे, क्वाडकॉप्टर या विमान से पैरा-जंपिंग समेत अन्य उप-पारंपरिक हवाई संसाधनों के उपयोग से आम जनता, गणमान्य व्यक्तियों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है।

आदेश के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने पैरा-ग्लाइडर, पैरा-मोटर्स, हैंग ग्लाइडर, यूएवी, यूएएस, बेहद हल्के एयरक्रॉफ्ट, रिमोट से संचालित एयरक्रॉफ्ट, हॉट एयर बैलून, छोटे आकार के एयरक्राफ्ट, क्वाडकॉप्टर या पैरा- जंपिंग जैसे उप पारंपरिक हवाई संसाधनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश में कहा गया है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में इन उड़ानों को संचालित करना दंडनीय होगा। 

दर्शकों की संख्या में भी कटौती

बता दें कि, कोविड-19 महामारी के कारण इस साल गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वालों की सामान्य संख्या में 70 से 80 फीसदी की कमी की जाएगी। इस साल केवल 5,000 से 8,000 लोगों को ही इसमें शामिल होने की अनुमति होगी, लेकिन इसके लिए टीकाकरण करना अनिवार्य होगा। रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बीते मंगलवार को यह जानकारी दी थी।

15 साल से कम उम्र के बच्चों को परेड में भाग लेने की अनुमति नहीं

अधिकारियों ने बताया था कि निर्माण कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और अन्य लोगों के लिए पहले से सीट आरक्षित होंगी। यह भी बताया गया कि केवल उन्हीं वयस्कों को परेड में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी जिन्हें कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। परेड में शामिल होने वाले 15 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए कोरोना टीके की कम से कम एक खुराक लेना अनिवार्य होगा, जबकि 15 साल से कम उम्र के बच्चों को परेड में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

परेड की शुरुआत सुबह 10 बजे की बजाय सुबह साढ़े 10 बजे से की जाएगी ताकि अच्छी दृश्यता उपलब्ध हो सके। पिछले साल गणतंत्र दिवस पर आयोजित परेड में करीब 25,000 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई थी। उन्होंने बताया कि संख्या में कटौती का मकसद लोगों को दूर रखना और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना है ताकि परेड के कारण संक्रमण के मामलों में वृद्धि नहीं हो सके, इसलिए लोगों की संख्या में काफी कटौती की गई है। उन्होंने कहा कि हालांकि वास्तविक संख्या अभी तय नहीं की गई है, लेकिन इस साल यह संख्या 5,000 - 8,000 के बीच होगी। उन्होंने कहा कि लोगों को यह परेड टीवी और 'लाइव स्ट्रीमिंग' के जरिए देखने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। 

इन लोगों के लिए सीट रहेगी रिजर्व

अधिकारियों ने बताया कि इस साल एक विशेष पहल के तहत परेड में ऑटोरिक्शा ड्राइवर, निर्माणकर्मियों, सफाईकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को शामिल करने के लिए सीट आरक्षित की गई हैं। इसी तरह 29 जनवरी को 'बीटिंग द रिट्रीट' समारोह के दौरान भी इनके लिए सीट आरक्षित रखी गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि पहली बार परेड में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करने वाले डांसर के चयन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 'वंदे भारतम' प्रतिस्पर्धा का आयोजन रक्षा मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से किया गया। 3870 में से केवल 800 कलाकारों को नृत्य पेश करने के लिए चयनित किया गया। 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत 26 जनवरी को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) का राष्ट्रव्यापी फ्लैगशिप कार्यक्रम 'शहीदों को शत शत नमन' भी लॉन्च किया जाएगा। 

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