नजफगढ़-फिरनी रोड पर एलिवेटेड कॉरिडोर, यूं मिलेगी जाम से निजात; 200 से अधिक कॉलोनियों के ट्रैफिक का भार होगा कम
इसके साथ ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार राजधानी की सड़कों को ट्रैफिक जाम से मुक्त करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है।
नजफगढ़-फिरनी रोड पर अब जाम की समस्या खत्म होगी। दिल्ली सरकार ने नजफगढ़ को जाम मुक्त बनाने के लिए यहां 4.8 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरीडोर को बनाने की मंजूरी दे दी है। एलिवेटेड मार्ग पर कॉलोनियों के ट्रैफिक को जोड़ने के लिए सात रैंप भी बनेंगे। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के साथ हुई बैठक में इस पर फैसला किया गया है। अभी एलिवेटेड रोड के पहले चरण को मंजूरी दी गई है।
नजफगढ़ फिरनी रोड पर एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण के बाद नजफगढ़-फिरनी रोड, कापसहेड़ा रोड, ढांसा रोड, बहादुरगढ़ रोड और नांगलोई रोड पर चलने वाले वाहन इस एलिवेटेड का उपयोग कर सकेंगे। इससे इन सड़कों का ट्रैफिक सीधे नजफगढ़ फिरनी रोड पर आता था, उससे लगने वाले जाम से राहत मिलेगी।
इस रोड से आस-पास के इलाके के 200 से अधिक कॉलोनियों के ट्रैफिक का भार भी कम होगा। बहादुरगढ़ से गुरुग्राम या दक्षिणी दिल्ली जाना चाहते हैं तो एलिवेटेड रोड का प्रयोग कर सकेंगे।
नजफगढ़ एलिवेटेड कॉरिडोर की मंजूरी के बाद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार राजधानी की सड़कों को ट्रैफिक जाम से मुक्त करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है।
नजफगढ़-फिरनी रोड दिल्ली और हरियाणा के बीच आने-जाने वाले लोगों के मुख्य मार्गों में से एक है। एलिवेटेड कॉरिडोर के पूरा होने पर यात्रियों को शहर पार करने के लिए नजफगढ़ में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा। वे एलिवेटेड कॉरिडोर का उपयोग कर समय बचा सकेंगे।