Pitbull Dog Attack: पिटबुल ने महिला पर किया जानलेवा हमला, पैर, पेट और पीठ पर आए गहरे घाव
दिल्ली के भलस्वा डेयरी इलाके में पिटबुल कुत्ते ने एक महिला व्यवसायी पर हमला करके उन्हें बुरी तरह जख्मी कर दिया। महिला का आरोप है कि घटना के समय कुत्ते का मालिक भी वहां मौजूद था।
भलस्वा डेयरी इलाके में पिटबुल कुत्ते ने महिला व्यवसायी पर हमला कर बुरी तरह जख्मी कर दिया। घटना रविवार दोपहर की है। पीड़ित महिला का आरोप है कि घटना के समय कुत्ते का मालिक भी वहां मौजूद था। पुलिस ने कुत्ते के मालिक पर संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। 40 वर्षीय संगीता परिवार के साथ आदर्श नगर के केवल पार्क इलाके में रहती है। संगीता की भलस्वा डेयरी के गुरुनानक देव कॉलोनी में कपड़े की दुकान है। वह रविवार दोपहर को दुकान से कुछ सामान लेने के लिए जा रही थीं।
इस दौरान गली में रहने वाले प्रॉप्रर्टी डीलर दिलबाग सिंह पिटबुल नस्ल के कुत्ते को टहला रहे थे। संगीता ने बताया कि कुत्ते के गले में चेन नहीं बंधी थी। कुत्ते ने उन्हें देखते ही हमला कर दिया। पीड़िता ने बचने के लिए भागने की कोशिश की, लेकिन कुत्ते ने उन्हें नहीं छोड़ा। हमले में पीड़िता के दोनों पैर, पेट और पीठ पर गहरे जख्म आए। संगीता का आरोप है कि इस दौरान वहां खड़ा दिलबाग सिंह ने न ही उन्हें बचाने की कोशिश की और न कुत्ते को रोकने की।
एक पल लगा कि जान ही चली जाएगी
संगीता उस पल को याद करते हुए सिहर उठती हैं। वह कहती हैं कि एक पल के लिए लगा था कि उनकी जान आज चली जाएगी। उन्होंने बताया कि पिटबुल के बारे में अखबारों में उन्होंने पढ़ा हुआ था। इसलिए वह डरी हुई थीं। हालांकि मौके पर चीख पुकार सुनकर लोगो की भीड़ जमा हो गई। उन्होंने लाठी डंडों से कुत्ते को भगाया और पीड़िता को बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने महिला की शिकायत पर लापरवाही से जान खतरे में डालने की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
कुत्ते को पशु समिति को सौंपा गया
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुत्ते को पशु समिति को सौंप दिया गया है। यह समिति कुत्ते के व्यवहार पर नजर रखते हुए उग्रता के कारण का अध्ययन करेगी। कमेटी की रिपोर्ट पर ही इस बात का फैसला होगा कि कुत्ता किसके पास रहेगा।
अक्सर बिना चेन बांधे टहलाता था कुत्ता
पीड़िता संगीता ने बताया कि अक्सर दिलबाग गली में बिना चेन बांधे कुत्ते को गली में टहलाता रहता था। ऐसा करने से मना करते हुए वह दिलबाग को टोकती भी रहती थी लेकिन उसने उसकी बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया। घटना वाले दिन भी पीड़िता ने दिलबाग को टोका था लेकिन उसने अनसुना कर दिया। बताया कि जब कुत्ते ने हमला किया तो उस वक्त वह इसे मजाक समझ रहा था।
नियम का उल्लंघन
निगम के अनुसार, पिटबुल जैसे कुत्ते को बाहर घुमाते वक्त उसके गले में रस्सी और मुंह पर कवर बंधा होना अनिवार्य है। घायल महिला के अनुसार, जिस कुत्ते ने उसे काटा, उसके मुंह पर कवर नहीं थी। ना ही गले में रस्सी।
काटे जाते हैं चालान
दिल्ली नगर निगम पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिटबुल और रॉटविलर नस्ल के कुत्तों को रोकने के लिए कुत्ता पालने वाले स्वामी का समय-समय पर चालान किया जाता है। नियम के मुताबिक, निगम का पशु चिकित्सा विभाग इस नस्ल के कुत्तों को जब्त भी कर सकता है।