गाजियाबाद में घर बनाने का मौका, बोली लगाकर खरीद सकेंगे जीडीए के प्लॉट
गाजियाबाद में जीडीए के प्लॉट खरीदने का अच्छा मौका है। प्राधिकरण अपनी विभिन्न योजनाओं में रिक्त संपत्तियों पर बोली लगवाकर बेचेगा। इसमें 2000 वर्ग मीटर से बड़े और छोटे सभी 250 से अधिक प्लॉट शामिल हैं।
गाजियाबाद में जीडीए के प्लॉट खरीदने का अच्छा मौका है। प्राधिकरण शुक्रवार को अपनी विभिन्न योजनाओं में रिक्त संपत्तियों पर बोली लगवाकर बेचेगा। इसमें 2000 वर्ग मीटर से बड़े और छोटे सभी 250 से अधिक प्लॉट शामिल हैं। इसकी जानकारी प्राधिकरण की वेबसाइट पर मौजूद है।
जीडीए की योजनाओं में आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक भूखंड रिक्त हैं। इसके अलावा सामुदायिक भवन समेत अन्य संपत्ति भी मौजूद है। इनको बेचने या लीज पर देने की तैयारी है। प्राधिकरण नीलामी के जरिये इन्हें बेचेगा। इच्छुक लोग इन्हें प्राधिकरण की वेबसाइट पर देख सकते हैं। फिर भूखंड खरीदने के लिए प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। अधिकारी बताते हैं कि प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं में कई भूखंड खाली हैं। इन्हें बेचने की तैयारी की गई है। इससे प्राधिकरण की आय हो सकेगी।
वेबसाइट पर मौजूद है जानकारी : जीडीए की वेबसाइट पर विभिन्न योजनाओं में रिक्त पड़े भूखंडों की विस्तृत जानकारी दी गई है। साथ ही यह भी बताया गया है कि इच्छुक व्यक्ति किस तरह नीलामी में शामिल हो सकते हैं। जीडीए अधिकारी बताते हैं कि इच्छुक खरीदार पहले भूखंड देखकर पसंद करे, फिर नीलामी में शामिल होकर बोली लगाए। इसके लिए नीलामी का ब्राशर प्राधिकरण कार्यालय के स्वागत कक्ष से भी खरीद सकते हैं।
ऐसे हैं भूखंड
जीडीए के अधिकारी बताते हैं कि नीलामी में आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक भूखंड शामिल है। इसके अलावा 12 ग्रुप हाउसिंग, कंवीनियेंट शॉपिंग भूखंड, सामुदायिक केंद्र, कियोस्क, अस्पताल, नर्सिंग होम, आर्ट गैलरी, आवासीय भूखंड, दुकान, ग्रुप हाउसिंग, पेट्रोल पंप, हॉल सहित आदि संपत्तियां शामिल हैं।
मधुबन बापूधाम समेत कई जगह प्लॉट उपलब्ध
जीडीए की वेबसाइट पर विभिन्न योजनाओं में रिक्त पड़े भूखंडों की विस्तृत जानकारी दी गई है। यह भी बताया गया है कि इच्छुक व्यक्ति किस तरह नीलामी में शामिल हो सकते हैं। सोमवार से नीलामी का ब्राशर प्राधिकरण कार्यालय के स्वागत कक्ष से भी खरीद सकते हैं। मधुबन बापूधाम योजना, गोविंदपुरम, नंदग्राम, इंदिरापुरम योजना, इंद्रप्रस्थ योजना, तुलसी निकेतन, कौशांबी योजना, कोयल एंक्लेव योजना, वैशाली योजना, कर्पूरीपुरम योजना, स्वर्णजयंतीपुरम योजना, प्रताप विहार योजना सहित अन्य योजनाएं शामिल हैं, जिनमें रिक्त भूखंड मौजूद है।
मंडोला विहार योजना के सभी प्लॉट हुए आवंटित
वहीं, आवास एवं विकास परिषद की मंडोला विहार योजना के सभी 546 प्लॉट का आवंटन हो गया। दिल्ली से सीधी कनेक्टिविटी होने के कारण लोगों ने बंपर पंजीकरण कराए थे। बुधवार को वसुंधरा स्थित कार्यालय में ड्रॉ संपन्न हुआ। देर शाम तक चले ड्रॉ में 80 फीसदी तक प्लॉट पर शाम को ही मुहर लग गई थी। समापन तक बाकी प्लॉट का भी आवंटन हो गया। आविप ने 15 दिसंबर को इन प्लॉटों के लिए पंजीकरण शुरू किए थे। 15 फरवरी तक 546 प्लॉट के लिए 1800 लोग पंजीकरण करा चुके थे।
ड्रॉ की तैयारी में पूर्व संपत्ति प्रबंधक सुनील शर्मा जुटे थे। बुधवार सुबह ही उनका तबादला लखनऊ हो गया। हालांकि, लखनऊ से आए आनंद गौतम ने चार्ज ले लिया। ऐन वक्त पर अधिकारी के तबादले से न सिर्फ ड्रॉ में कई अड़चनें आईं, बल्कि अब आगे की प्रक्रिया में भी करीब एक माह का वक्त लग सकता है।